कोबे (जापान), 25 मई . विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में भारत का दबदबा कायम है. शनिवार को सिमरन शर्मा ने महिलाओं की 200 मीटर टी12 श्रेणी में स्वर्ण पदक जीता और भारत के लिए पदकों की बारिश जारी रखी.
प्रीति पाल ने महिलाओं की 100 मीटर टी35 श्रेणी में कांस्य के साथ चैंपियनशिप का अपना दूसरा पदक जीता. प्रीति ने इससे पहले इसी वर्ग में 200 मीटर में कांस्य पदक जीता था.
भारत के नवदीप ने पुरुषों की भाला फेंक एफ41 श्रेणी में सीजन के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 42.82 मीटर के साथ कांस्य पदक जीता.
शनिवार के पदकों के साथ भारत के पदकों की संख्या छह स्वर्ण, पांच रजत और छह कांस्य सहित 17 तक पहुंच गई, जो 2023 की पदक संख्या को पार चुकी है. इस तरह भारत ने इस साल प्रतियोगिता के इतिहास में अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है.
कोबे में भारतीय पैरा-एथलेटिक्स टीम का प्रदर्शन उनकी कड़ी मेहनत, लचीलेपन और कोचों, सहयोगी स्टाफ और भारतीय एथलेटिक्स महासंघ द्वारा प्रदान की गई मजबूत सहायता प्रणाली का प्रमाण है.
उनकी सफलता देश भर के महत्वाकांक्षी एथलीटों के लिए प्रेरणा का काम करती है. साथ ही अंतर्राष्ट्रीय पैरा-एथलेटिक्स में भारत के बढ़ते कद को भी मजबूत करेगी.
दीप्ति जीवनजी ने सोमवार को महिलाओं की 400 मीटर टी20 श्रेणी में 55.06 सेकंड का विश्व रिकॉर्ड बनाया और स्वर्ण पदक हासिल किया.
दीप्ति जीवनजी ने विश्व रिकॉर्ड तोड़ने के बाद कहा, “विश्व रिकॉर्ड तोड़ना और विश्व चैंपियनशिप में स्वर्ण जीतना एक सपने के सच होने जैसा है. मैं अपने कोचों, परिवार और पूरे भारतीय दल के समर्थन के लिए आभारी हूं. यह सिर्फ शुरुआत है, और मैं भविष्य के लिए उत्साहित हूं.”
नौ दिवसीय टूर्नामेंट के आखिरी दिन शनिवार को भारत 17 मेडल के साथ पांचवे स्थान पर है. यह भारत का अब तक विश्व पैरा एथलेटिक्स में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है.
वहीं चीन 27 स्वर्ण, 26 रजत और 22 कांस्य सहित कुल 75 पदक के साथ शीर्ष पर काबिज है. दूसरे नंबर पर 38 पदक (18 स्वर्ण, 11 रजत और 9 कांस्य) के साथ ब्राजील है.
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एएमजे/आरआर