पर्थ, 30 अप्रैल . ऑस्ट्रेलिया ए टीम के खिलाफ दो मैच खेलने के बाद अब भारतीय महिला हॉकी टीम ऑस्ट्रेलिया की सीनियर टीम के खिलाफ तीन दोस्ताना मैच खेलेगी. ये मैच पर्थ हॉकी स्टेडियम में 1 मई से शुरू होंगे. पहले दो मैचों में हार मिलने के बाद भारत अब बेहतर प्रदर्शन करना चाहेगा.
पहले मैच में भारत ने अच्छा खेल दिखाया लेकिन फिर भी 3-5 से हार गया. ऑस्ट्रेलिया ए ने पहले हाफ में ही चार गोल कर बढ़त बना ली. भारत ने वापसी की कोशिश की लेकिन पूरी तरह से मैच में नहीं लौट सका. भारत की तरफ से महीमा टेटे (27वें मिनट), नवनीत कौर (45वें मिनट) और लालरेम्सियामी (50वें मिनट) ने गोल किए. ऑस्ट्रेलिया ए के लिए नीसा फ्लिन (3’), ओलिविया डाउन्स (9’), रूबी हैरिस (11’), टेटम स्टीवर्ट (21’) और केंड्रा फिट्जपैट्रिक (44’) ने गोल किए.
दूसरे मैच में भारत को बेहद करीबी मुकाबले में 2-3 से हार का सामना करना पड़ा. इस बार भारत ने पहला गोल ज्योति सिंह (13वें मिनट) के जरिए किया. इसके बाद ऑस्ट्रेलिया ए ने तीन गोल कर बढ़त बना ली. भारत का दूसरा गोल सुनलीता टोप्पो (59वें मिनट) ने किया, लेकिन टीम समय रहते बराबरी नहीं कर सकी.
अब भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया की मुख्य टीम के खिलाफ खेलेगी. भारतीय टीम में 26 खिलाड़ी हैं और टीम का नेतृत्व कप्तान सलीमा टेटे और उप-कप्तान नवनीत कौर कर रही हैं. पिछली बार जब दोनों टीमें एफआईएच हॉकी प्रो लीग 2023–24 में भिड़ीं थीं, तब भारत ने 1-0 से जीत हासिल की थी. टीम फिर से वैसा ही प्रदर्शन दोहराना चाहेगी.
मुख्य कोच हरेंद्र सिंह ने कहा, “दोनों मैचों में हमने कुछ आसान गोल खाए जो निराशाजनक था, लेकिन इसके अलावा हमने अच्छा मुकाबला किया. यह एक अभ्यास सीरीज है, इसलिए जीत या हार से ज्यादा जरूरी अनुभव है. कुछ खिलाड़ी पहली बार विदेश में खेल रहे हैं. मैं युवाओं को मौका दे रहा हूं ताकि वे भविष्य में टीम की जिम्मेदारी उठा सकें.”
हरेंद्र ने आने वाले मैचों के लिए टीम की रणनीति पर भी बात की. उन्होंने कहा, पहले दो मैचों में अधिकतर खिलाड़ियों को खेलने का मौका मिला है और अब हम इन खिलाड़ियों में बेस्ट टीम संयोजन बनाने की ओर देख रहे हैं. इस तरह से हम यूरोप में होने वाले प्रो लीग के मैचों के लिए भी बेस्ट खिलाड़ियों की पहचान कर सकते हैं. अगले विश्व कप से पहले तक लड़कियों के पास कम से कम 35 मैचों का अनुभव हो जाने की उम्मीद है. इस तरह की प्रतियोगिताओं की तैयारी में हमारा टारगेट इन्हीं सब चीजों पर है.
टीम की युवा खिलाड़ियों के बारे में कोच ने आगे कहा, हर खिलाड़ी कड़ी मेहनत कर रही हैं और टीम में स्वस्थ प्रतियोगिता है. महिमा टेटे के खेल पर मेरा काफी फोकस है क्योंकि उनके पास बहुत क्षमता है और वह काफी तेज-तर्रार हैं. ऐसे ही पूजा, सुजाता, अजमिना के साथ हैं. ये सभी युवा खिलाड़ी बहुत प्रतिभावान हैं और कठिन मेहनत कर रही हैं. बस अहम बात ये है कि आप ऑस्ट्रेलिया जैसी बड़ी टीमों के खिलाफ खेलते हुए अनुभवी होकर मजबूत होते रहें.
–
एएस/