मुंबई, 28 दिसंबर . बैंकिंग और फार्मा जैसे प्रमुख क्षेत्रों में मजबूत प्रदर्शन ने आईटी सेक्टर में गिरावट की भरपाई करने में मदद की, क्योंकि महत्वपूर्ण कैटेलिस्ट की कमी के कारण भारतीय बेंचमार्क सूचकांक इस सप्ताह लगभग सपाट बंद हुए. इस सप्ताह मिड और स्मॉल-कैप शेयर भी सपाट नोट पर बंद हुए.
शुक्रवार के कारोबारी सत्र में शेयर बाजार बढ़त के साथ बंद हुआ. निफ्टी पर फार्मा, ऑटो, आईटी, फाइनेंशियल सर्विस, एफएमसीजी, मीडिया और प्राइवेट बैंक सेक्टर में खरीदारी देखी गई.
सेंसेक्स 226.59 अंक या 0.29 प्रतिशत की बढ़त के साथ 78,699.07 पर बंद हुआ और निफ्टी 63.20 अंक या 0.27 प्रतिशत की बढ़त के साथ 23,813.40 पर बंद हुआ.
वोलैटिलिटी इंडेक्स, इंडिया विक्स, 5.68 प्रतिशत घटकर 13.24 पर आ गया, जो बाजार में उतार-चढ़ाव में कमी का संकेत है. विशेषज्ञों ने कहा कि इस लेवल से ऊपर एक सस्टेनेबल मूव सूचकांक को 24,000-24,100 की ओर ले जा सकती है.
असित सी. मेहता इन्वेस्टमेंट इंटरमीडिएट्स लिमिटेड के ऋषिकेश येदवे ने कहा, “नीचे की ओर, 23,500 एक प्रमुख सपोर्ट बना हुआ है. तत्काल अवधि में, निफ्टी के 23,500 और 23,900 के बीच कंसोलिडेट होने की उम्मीद है, जिसमें से किसी भी तरफ ब्रेकआउट इसके अगले कदम को परिभाषित करेगा.”
एफआईआई आउटफ्लो और रुपये में गिरावट पर लगातार चिंताओं के साथ-साथ संभावित प्रतिकूल टैरिफ और 2025 में दरों में कटौती की कम उम्मीदों ने बाजार की सुस्त प्रवृत्ति में योगदान दिया.
विशेषज्ञों ने आगे कहा कि ट्रंप की आर्थिक नीतियों और उच्च मूल्यांकन के आसपास की अनिश्चितता अल्पावधि में शेयर बाजार को प्रभावित कर सकती है.
बाजार के जानकारों ने कहा, “निवेशकों द्वारा बजट पूर्व अपेक्षाओं के आधार पर अपने पोर्टफोलियो को अलाइन करने की संभावना है. इसके अलावा, भारत, अमेरिका और चीन के पीएमआई डेटा जैसे प्रमुख डेटा पॉइंट्स, साथ ही अमेरिका में बेरोजगारी के दावे, निवेशकों की भावनाओं को प्रभावित करेंगे.”
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड के वेल्थ मैनेजमेंट के हेड-रिसर्च, सिद्धार्थ खेमका के अनुसार, “निकट भविष्य में कोई महत्वपूर्ण ट्रिगर नहीं होने के कारण, बाजार के सीमित दायरे में रहने की संभावना है.”
उन्होंने कहा, “जनवरी 2025 के पहले सप्ताह में जारी होने वाले प्री-क्वार्टरली बिजनेस अपडेट आगामी परिणाम सीजन के बारे में जानकारी प्रदान करेंगे और बाजार उन पर बारीकी से नजर रखेगा.”
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एसकेटी/एबीएम