भारतीय नाविक 35 दिनों बाद भी बाल्टीमोर बंदरगाह पर

वाशिंगटन, 4 मई . अमेरिका के बाल्टीमोर बंदरगाह के पास ब्रिज से मर्चेंट शिप के टकराने की घटना के 35 दिनों बाद भी बाद भारतीय नाविक जहाज में ही फंसे हैं.

बाल्टीमोर में 26 मार्च की सुबह एक कंटेनर जहाज ब्रिज से टकरा गया था. इस दुर्घटना में ब्रिज पर काम कर रहे छह लोगों की मौत हो गई थी. तब से ही चालक दल के 20 भारतीय सदस्य 35 दिनों के बाद भी जहाज पर ही हैं.

चालक दल का एक सदस्य जो घायल हो गया था, उसका तट पर ही उपचार किया गया और वह अगले दिन जहाज पर लौट आया. यदि उस रात सब कुछ सही रहा होता, तो वे सोमवार या मंगलवार तक कोलंबो में होते.

फ़्लूएंट कार्गो कंपनी का कहना है कि वह जमीन, हवा और समुद्र से ग्राहकों के लिए माल ढुलाई की योजना बना रही है. एक कंटेनर जहाज को बाल्टीमोर से कोलंबो पहुंचने में करीब 33 दिन और 21 घंटे लगेंगे.

मार्च में जहाज ने स्कॉट ब्रिज के एक पिलर को टक्कर मार दी, जिससे वह गिर गया. यह 50 साल पुरानी संरचना थी. इस ब्रिज से हर दिन हजारों वाहन गुजरते थे. अमेरिकी एजेंसियों जांच कर रही हैं.

टक्कर से पुल टूट गया और सभी मालवाहक जहाजों का मार्ग अवरुद्ध हो गया. चालक दल जहाज पर है.

राष्ट्रीय परिवहन सुरक्षा बोर्ड और तटरक्षक बल के समुद्री जांच बोर्ड द्वारा चल रही अलग-अलग जांच के अलावा एफबीआई ने घटना की आपराधिक जांच शुरू की है.

एफजेड/