New Delhi, 10 अगस्त . अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) ने अंडर-20 महिला राष्ट्रीय टीम को 25,000 अमेरिकी डॉलर का इनाम देने की घोषणा की है. यह इनाम टीम के शानदार प्रदर्शन के लिए दिया जा रहा है, जिसकी बदौलत भारत ने दो दशकों बाद पहली बार एएफसी अंडर-20 महिला एशियन कप के लिए क्वालीफाई किया.
भारत ने इससे पहले साल 2006 में एएफसी अंडर-20 महिला एशियन कप के लिए क्वालीफाई किया था.
भारतीय अंडर-20 महिला टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए ग्रुप-डी के क्वालिफिकेशन अभियान में अजेय रहते हुए एएफसी अंडर-20 महिला एशियन कप में जगह बनाई. टीम ने इंडोनेशिया (0-0) से ड्रॉ खेला, तुर्कमेनिस्तान को 7-0 से हराया और फिर यंगून (म्यांमार) के थुवुना स्टेडियम में मेजबान म्यांमार को 1-0 से मात दी. इस पूरे अभियान में भारत ने एक भी गोल नहीं खाया.
ऑल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन (एआईएफएफ) ने भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) के सहयोग से महिला फुटबॉल में जमीनी और जूनियर स्तर की संरचना को मजबूत करने के लिए कई पहल शुरू की हैं. इन्हीं में से एक ‘अस्मिता महिला फुटबॉल लीग’ है , जिसके तहत 2023 से 2025 के बीच देशभर में अंडर-13, अंडर-15 और अंडर-17 स्तर पर 155 लीग सफलतापूर्वक आयोजित की गईं.
2023-24 सीजन में 6,305 जूनियर खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया, जबकि 2024-25 में यह संख्या बढ़कर 8,658 हो गई.
अस्मिता फुटबॉल लीग 2025-26 सीजन में भी जारी है, जिसमें अंडर-13 अस्मिता फुटबॉल लीग पिछले महीने से शुरू हो चुकी है. इन लीग में 26 राज्यों की लगभग 400 टीमों के करीब 8,000 खिलाड़ी, 50 अलग-अलग स्थानों पर खेले जाने वाले 50 टूर्नामेंट में हिस्सा लेंगे.
इन प्रयासों के परिणामस्वरूप, भारत में पंजीकृत महिला फुटबॉल खिलाड़ियों की संख्या में पिछले एक वर्ष में 232 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है.
अंडर-20 महिलाएं दिसंबर 2024 से शिविर में हैं. इस दौरान उन्होंने तुर्किये में पिंक लेडीज यूथ कप खेला, जिसमें हांगकांग और जॉर्डन जैसी टीमों को हराया. एएफसी अंडर-20 महिला एशियन कप क्वालीफायर से पहले कई अंडर-20 खिलाड़ी सीनियर टीम के साथ भी ट्रेनिंग कर चुकी थीं. इसके बाद यंग टाइग्रेस ने ताशकंद में उज्बेकिस्तान अंडर-20 टीम के खिलाफ दो दोस्ताना मैच खेले, जो 1-1 और 4-1 से समाप्त हुए.
कुल मिलाकर, दिसंबर 2024 से अब तक अंडर-20 भारतीय महिला टीम ने 135 दिन तैयारी शिविर में एक साथ ट्रेनिंग की.
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आरएसजी