भारतीय मूल की शॉना पंड्या वर्जिन गैलेक्टिक की नए अंतरिक्ष अनुसंधान मिशन में शामिल

नई दिल्ली, 20 जून . भारतीय मूल की शोधकर्ता शॉना पंड्या रिचर्ड ब्रैनसन की वर्जिन गैलेक्टिक और इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट फॉर एस्ट्रोनॉटिकल साइंसेज (आईआईएएस)  के दूसरे शोध मिशन का हिस्सा होंगी.

आईआईएएस नवंबर 2023 में ‘गैलेक्टिक 05’ मिशन के बाद वर्जिन गैलेक्टिक के साथ यह दूसरा शोध मिशन संचालित कर रहा है. इसमें स्वास्थ्य देखभाल की नई प्रौद्योगिकियों का परीक्षण किया गया था और यह जांच की गई थी कि भविष्य की चिकित्सा प्रौद्योगिकियों और जीवन रक्षक प्रणालियों के डिजाइन को सूचित करने में मदद करने के लिए कम गुरुत्वाकर्षण में तरल पदार्थ कैसे व्यवहार करते हैं.

शोध मिशन के लिए आईआईएएस अंतरिक्ष यात्री दल में बायोएस्ट्रोनॉटिक्स शोधकर्ता और आईआईएएस के मानव अंतरिक्ष उड़ान संचालन निदेशक केली गेरार्डी, , चिकित्सक, एक्वानॉट, बायोएस्ट्रोनॉटिक्स शोधकर्ता व आईआईएएस के स्पेस मेडिसिन ग्रुप की निदेशक पंड्या और आयरलैंड की एक एयरोनॉटिकल इंजीनियर व बायोएस्ट्रोनॉटिक्स शोधकर्ता नोरा पैटन के शामिल होने की उम्मीद है.

पंड्या 2015 में शून्य गुरुत्वाकर्षण में एक वाणिज्यिक स्पेससूट का परीक्षण करने वाले पहले चालक दल में थीं. आज तक, वह 10 पैराबोलिक उड़ानों में शामिल रही हैं. उनके पास सूक्ष्म और कम गुरुत्वाकर्षण में 160 से अधिक पैराबोला का अनुभव है.

गेरार्डी ने कहा,”हम ‘गैलेक्टिक 05’ पर हमारे द्रव सेल प्रयोग के परिणामों से रोमांचित थे, जिसने भारहीन वातावरण में एक कंटेनर में द्रव के व्यवहार की सटीक भविष्यवाणी करने की हमारी क्षमता को प्रदर्शित किया.”

वर्जिन गैलेक्टिक की सरकारी मामलों और अनुसंधान की उपाध्यक्ष, सिरीशा बंदला ने वर्जिन गैलेक्टिक की ‘यूनिटी 22’ अंतरिक्ष उड़ान पर उड़ान भरी. इसने उन्हें अंतरिक्ष में जाने वाली भारतीय मूल की दूसरी महिला बना दिया.

बंदला ने कहा, “हम आईआईएस के साथ अपनी साझेदारी जारी रखने के लिए उत्साहित हैं.”

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