उदयपुर, 31 जुलाई . भारतीय महिला फुटबॉल टीम को अगले साल ऑस्ट्रेलिया में होने वाले एएफसी महिला एशियाई कप में कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ेगा क्योंकि उन्हें जापान, वियतनाम और चीनी ताइपे के साथ ग्रुप सी में रखा गया है.
भारतीय फुटबॉल टीम की कप्तान स्वीटी देवी ने टूर्नामेंट की अच्छी तैयारी के लिए मैत्रीपूर्ण मैचों में अच्छा प्रदर्शन करने की जरूरत पर जोर दिया है.
भारतीय टीम महिला एशियाई कप की शुरुआत ग्रुप सी में 4 मार्च, 2026 को वियतनाम के खिलाफ मैच से करेगी. इसके बाद उनका सामना 7 मार्च को जापान और 10 मार्च को चीनी ताइपे से होगा.
उदयपुर के पास जावर में जिंक फुटबॉल गर्ल्स अकादमी के शुभारंभ के दौरान स्वीटी ने कहा, “यह टूर्नामेंट हमारे लिए एक कठिन चुनौती होगी, लेकिन हम इसके लिए तैयार हैं. हम अगले साल मार्च तक कई मैत्री मैच खेलेंगे और उन मैचों में अच्छा प्रदर्शन करने का लक्ष्य रखेंगे.”
अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) महिला फुटबॉल के विकास के लिए अकादमी को तकनीकी और रणनीतिक सहायता प्रदान करेगा.
जिंक फुटबॉल अपनी तरह की एक अनूठी जमीनी स्तर की फुटबॉल विकास पहल है, जिसके मूल में विश्व स्तरीय सुविधाओं वाली एक पूर्ण आवासीय गर्ल्स फुटबॉल अकादमी और देश की पहली ‘तकनीक-आधारित फुटबॉल प्रशिक्षण’ – अनूठी एफ-क्यूब तकनीक है.
इस पहल का उद्देश्य भारतीय फुटबॉल के विकास में योगदान देना है और साथ ही दुनिया के सबसे पसंदीदा खेल की शक्ति का उपयोग करके महिलाओं, बच्चों और लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाना और उनका सामाजिक उत्थान सुनिश्चित करना है.
हिंदुस्तान जिंक की अकादमी में राजस्थान, गुजरात, पश्चिम बंगाल, हरियाणा और झारखंड जैसे विभिन्न राज्यों की 20 लड़कियों का एक प्रारंभिक बैच होगा.
इस महीने क्वालिफायर में मेजबान थाईलैंड को 2-1 से हराकर स्वीटी की कप्तानी में भारतीय महिला फुटबॉल टीम ने टूर्नामेंट के लिए क्वालिफाई किया.
स्वीटी ने कहा, “मैं बहुत भाग्यशाली हूं कि मुझे भारतीय महिला फुटबॉल टीम की कप्तानी करने का अवसर मिला. मैं भारत के लिए अच्छा प्रदर्शन करती रहूंगी और अपने अंतिम लक्ष्य, यानी फीफा विश्व कप के लिए क्वालिफाई करने के लिए काम करूंगी. मुझे यकीन है कि हममें ऐसा करने की क्षमता है और हमें इस उपलब्धि को हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी.”
–
पीएके/एबीएम