बाढ़ में फंसे पंजाब की उम्मीद बनी भारतीय सेना, युद्धस्तर पर राहत और बचाव कार्य जारी

चंडीगढ़, 6 सितंबर . पंजाब में जलप्रलय के बीच भारतीय सेना एक उम्मीद की किरण बनकर सामने आई है. जख्मी लोगों को सुरक्षित निकालना हो, जरूरी सामान पहुंचाना हो या मुश्किल हालात में सैनिकों की तैनाती, हर मोर्चे पर सेना डटी हुई है. कुछ इसी तरह की तस्वीरों के जरिए भारतीय सेना ने पंजाब की जनता को संकट में हौसला बनाए रखने का संदेश दिया है.

भारतीय सेना की टुकड़ी हेलिकॉप्टर की मदद से हर मुश्किल जगह पर पहुंचकर लोगों की मदद कर रही है. भारतीय सेना की वज्र कोर ने Saturday को 4 स्थानों की वीडियो शेयर कीं, जिसमें जवान युद्धस्तर पर रेस्क्यू में जुटे थे. सेना ने social media प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा, “बाढ़ का कहर, धुंधली दृष्टि, डूबे खेत और प्रचंड हवाएं हमें रोक नहीं सकतीं. घायलों को निकालना, सामान पहुंचाना, सैनिक तैनात करना और उम्मीद संग उड़ान, हमारे पंख मिशन के लिए हैं, सीमाओं के लिए नहीं.”

बता दें कि पंजाब के सैकड़ों गांव बाढ़ से जूझ रहे हैं. नदियां उफान पर हैं, जिससे हर जगह सिर्फ पानी ही पानी नजर आ रहा है. स्थिति यह है कि पंजाब के सभी 23 जिले बाढ़ प्रभावित घोषित किए जा चुके हैं. किसानों की फसल पूरी तरह जलमग्न है. अब तक 43 लोगों की मौत हो चुकी है.

इस बीच, Saturday को अमृतसर में कांग्रेस के नेताओं ने बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत सामग्री भेजी. चार ट्रक राहत सामग्री से भरे हुए गांवों की ओर रवाना किए गए. पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग, पंजाब के प्रभारी भूपेश बघेल और पूर्व Chief Minister चरणजीत सिंह चन्नी ने इन ट्रकों को हरी झंडी दिखाई.

पंजाब कांग्रेस ने social media पर जानकारी दी कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में 1000 बैग चारा और 300 किटें उपलब्ध कराई हैं, जिनमें सभी आवश्यक वस्तुएं (आटा, दालें, साबुन, चावल और अन्य) शामिल हैं और अन्य राहत कार्य भी जारी रहेंगे.

श्री खडूर साहिब विधानसभा क्षेत्र के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करते हुए भूपेश बघेल, अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग और पूर्व Chief Minister चरणजीत सिंह चन्नी अपने साथियों के साथ एक गांव में पहुंचे और लोगों का हालचाल जाना. इस दौरान कांग्रेस नेतृत्व ने बांध को मजबूत करने के लिए नकद राशि भी दी.

डीसीएच/