स्मृति शेष : ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित यूआर अनंतमूर्ति, आलोचना से नहीं डरने वाले लेखक
New Delhi, 21 अगस्त . प्रो. उडुपी राजगोपाला आचार्य (यूआर अनंतमूर्ति) को कन्नड़ साहित्य का विरासत माना जाता है. उन्होंने अपनी रचनाओं से कन्नड़ साहित्य को अलग दिशा दी है. उनकी पहचान कन्नड़ भाषा के मशहूर साहित्यकार, आलोचक और शिक्षाविद के रूप में होती है. 1932 में कर्नाटक के एक छोटे से गांव में जन्मे … Read more