मैनचेस्टर, 27 जुलाई . इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स भारत द्वारा पारी ड्रॉ घोषित करने से इनकार करने पर नाराज थे. उन्होंने कहा कि मैच का परिणाम तय हो चुका था, इसलिए वह अपने शीर्ष गेंदबाजों को जोखिम में नहीं डालना चाहते थे.
स्टोक्स ने अंतिम ड्रिंक्स ब्रेक के दौरान चौथे टेस्ट को ड्रॉ घोषित करने की पेशकश की थी. लेकिन, रविंद्र जडेजा और वाशिंगटन सुंदर अपने शतकों के करीब पहुंच चुके थे. इसलिए भारत ने इंग्लैंड को तब तक गेंदबाजी करने के लिए मजबूर किया, जब तक कि दोनों ने अपने-अपने शतक पूरे नहीं कर लिए. इसके बाद स्टोक्स ने हैरी ब्रूक और जो रूट को गेंदबाजी की जिम्मेदारी दी, जिससे उनके तेज गेंदबाजों को आराम मिला.
मैच के बाद स्टोक्स ने कहा, “सारी मेहनत भारत ने की थी और नतीजा सिर्फ एक ही निकला. मैं अपने किसी भी गेंदबाज को जोखिम में नहीं डालने वाला था, डॉसी ने काफी ओवर फेंके थे, उनका शरीर थक रहा था. मैं अपने किसी भी मुख्य गेंदबाज को जोखिम में नहीं डालने वाला था.”
इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने मैच में शतक लगाया और भारत की पहली पारी में 5 विकेट लिए थे. उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया.
भारत ने दूसरी पारी के पहले ओवर में यशस्वी जायसवाल और साईं सुदर्शन का विकेट गंवाने के बाद जोरदार वापसी की. केएल राहुल और शुभमन गिल ने तीसरे विकेट के लिए 188 और जडेजा-सुंदर ने पांचवें विकेट के लिए 203 रन की नाबाद साझेदारी कर मैच ड्रॉ करा दिया. राहुल ने 90, गिल ने 103, जडेजा ने नाबाद 107 और सुंदर ने नाबाद 101 रन की पारी खेली.
स्टोक्स ने कहा, “वाशिंगटन और जडेजा ने जिस तरह से खेला, उसके लिए उन्हें बहुत श्रेय देना होगा. हमने उन्हें आउट करने के लिए सबकुछ किया, लेकिन उन्होंने अच्छे तरीके से दबाव झेला. अब तक यह एक उतार-चढ़ाव भरी सीरीज रही है, जिसमें हम एक-दूसरे पर वार करते रहे हैं, जिस तरह से भारत ने संघर्ष जारी रखा है, उसे बहुत-बहुत धन्यवाद.”
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पीएके/एबीएम