एशिया-प्रशांत क्षेत्र में 2030 तक सिंगल फैमिली ऑफिस की संख्या 3,200 तक पहुंच जाएगी, भारत एक उज्ज्वल स्थान

नई दिल्ली, 21 अप्रैल . एशिया-प्रशांत क्षेत्र में सिंगल फैमिली ऑफिस की संख्या में वर्ष 2019 से 28 प्रतिशत का उछाल दर्ज किया गया है, जो अब बढ़कर 2,290 ऑफिस हो गई हैं. यह क्षेत्र नॉर्थ अमेरिका से आगे निकलते हुए वर्ष 2030 तक 3,200 ऑफिस के साथ 40 प्रतिशत की शानदार वृद्धि दर्ज करवा सकता है.

सोमवार को जारी एक रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत भी इसी तरह के विकास के पथ पर है.

ग्लोबल इंवेस्टमेंट इंस्टीट्यूशन लाइटहाउस कैंटन के अनुसार, देश में अल्ट्रा-हाई-नेट-वर्थ व्यक्तियों और स्टार्टअप संस्थापकों की बढ़ती संख्या संपत्ति और उत्तराधिकार प्लानिंग को मैनेज करने के लिए ‘इंस्टीट्यूशनल फैमिली ऑफिस’ स्ट्रक्चर की ओर रुख कर रही हैं.

हाल ही में आई एक इंडस्ट्री रिपोर्ट के अनुसार, देश में फैमिली ऑफिस की संख्या पिछले छह वर्षों में लगभग सात गुना बढ़ गई है, जो 2018 में 45 से बढ़कर 2024 में लगभग 300 हो गई है.

रिपोर्ट में कहा गया है कि देश का तेजी से बढ़ता स्टार्टअप इकोसिस्टम और पीढ़ी दर पीढ़ी धन हस्तांतरण इस वृद्धि को बढ़ावा दे रहा है. कई भारतीय परिवार संस्थागत-स्तर की निवेश रणनीतियों और शासन समाधानों की तलाश कर रहे हैं.

भारत में लाइटहाउस कैंटन के एमडी और सीईओ सुमेघ भाटिया ने कहा, “भारत का फैमिली ऑफिस इकोसिस्टम एक निर्णायक सीमा पर खड़ा है. जैसे-जैसे परिवार अपने इंवेस्टमेंट आउटलुक में विकसित होते हैं और पीढ़ी दर पीढ़ी बदलाव के लिए तैयार होते हैं, इंस्टीट्यूशनल फ्रेमवर्क जरूरी हो गए हैं.”

यह केवल परिसंपत्तियों के प्रबंधन से नहीं जुड़ा है बल्कि उद्देश्य, शासन और प्रबंधन से जुड़े लॉन्ग-टर्म स्ट्रक्चर के निर्माण को लेकर भी है.

भाटिया ने कहा, “हमारा मानना ​​है कि भारत में फैमिली ऑफिस देश के पूंजी बाजारों, उद्यमशीलता इकोसिस्टम और परोपकारी लैंडस्केप को तेजी से आकार देंगे.”

यह मल्टी-फैमिली ऑफिस के लिए प्रतिस्पर्धी बने रहने के लिए जरूरी टूल के रूप में एआई और डिजिटल इनोवेशन के बढ़ते महत्व को रेखांकित करता है.

रिपोर्ट में परिवारों के लिए इंस्टीट्यूशन अप्रोच के प्रमुख तत्वों को लेकर जानकारी दी गई. रिपोर्ट में बताया गया कि कैसे ये फैमिली ऑफिस मॉडल टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर बेस्ट-इन क्लास टैलेंट को बनाए रखने के साथ स्ट्रक्चर्ड स्केलेबल इंवेस्टमेंट और विशेषज्ञ सेवाओं को क्रिएट करने में परिवारों को लाभ पहुंचा सकते हैं.

एसकेटी/एबीएम