भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौते से द्विपक्षीय व्यापार दोगुना होगा, निवेश के नए रास्ते खुलेंगे : पीयूष गोयल

लंदन, 19 जून . केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने इंडिया ग्लोबल फोरम (आईजीएफ) में अपने संबोधन में भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौते की प्रगति – कार्यान्वयन के साथ दोनों देशों के बीच व्यापारिक संबंधों को गहरा करने और निवेश के नए रास्ते खोलने की इसकी क्षमता पर प्रकाश डाला.

आईजीएफ में अपने ब्रिटिश समकक्ष जोनाथन रेनॉल्ड्स के साथ Union Minister गोयल ने इस बात पर जोर दिया कि India की ग्रोथ स्टोरी ब्रिटेन को जबरदस्त अवसर प्रदान करती है.

उन्होंने बताया कि किस तरह दोनों पक्षों के व्यवसाय साझा विकास के लिए पूरक शक्तियों का लाभ उठा सकते हैं.

Union Minister गोयल ने एफटीए को दोनों देशों के बीच सहमत अच्छे संबंध के रूप में संदर्भित किया, जिससे अगले पांच वर्षों में द्विपक्षीय व्यापार दोगुना हो जाएगा.

Union Minister गोयल ने कहा कि मुक्त व्यापार समझौता दोनों देशों के बीच संबंधों में स्थिरता और पूर्वानुमानशीलता लाता है.

Union Minister ने कहा, “इससे व्यवसायों को एक-दूसरे की अर्थव्यवस्था में निवेश शुरू करने का विश्वास मिलता है और मुझे लगता है कि इससे दोनों अर्थव्यवस्थाओं में अधिक निवेश का मार्ग भी प्रशस्त होगा.”

उन्होंने कहा, “India और ब्रिटेन अधिक मजबूत सप्लाई चेन लाने, एक-दूसरे के साथ काम करने, एक-दूसरे के पूरक बनने और दोनों देशों के लिए मूल्य और लाभ जोड़ने के लिए इनोवेशन में भागीदार बन सकते हैं.”

रेनॉल्ड्स ने कहा कि वह भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर के साथ पेश होने वाली संभावनाओं को लेकर वास्तव में उत्साहित हैं.

ब्रिटेन की यात्रा पर गए Union Minister गोयल ने मुक्त व्यापार समझौते को लागू करने के बारे में रेनॉल्ड्स के साथ द्विपक्षीय बैठक भी की.

बैठक के बाद Union Minister गोयल ने कहा, “ब्रिटेन के व्यापार और वाणिज्य मंत्री जोनाथन रेनॉल्ड्स के साथ एक उत्पादक वार्ता बैठक हुई. हमने व्यापक और पारस्परिक रूप से लाभकारी मुक्त व्यापार समझौते को लागू करने के अपने साझा लक्ष्य को दोहराया, जो दोनों देशों की महत्वाकांक्षाओं को दर्शाता है.”

Union Minister पीयूष गोयल ने यह भी कहा कि उन्होंने ब्रिटेन की संस्कृति, मीडिया और खेल मामलों की मंत्री लिसा नंदी के साथ भी वार्ता की.

Union Minister ने एक्स पर एक बयान में कहा, “हमारे वाइब्रेंट द्विपक्षीय संबंधों के एक आवश्यक स्तंभ, अधिक सांस्कृतिक सहयोग और रचनात्मक आदान-प्रदान के लिए रास्ते तलाशे गए.”

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