अम्मान, 30 अप्रैल . भारत ने लड़कियों की श्रेणी में शानदार प्रदर्शन करते हुए 11 स्वर्ण सहित 25 पदक के साथ एशियाई अंडर-15 मुक्केबाजी चैंपियनशिप में पदक तालिका में शीर्ष स्थान प्राप्त किया. युवा भारतीय महिलाओं ने 15 भार वर्गों में 10 स्वर्ण और चार कांस्य पदक जीते, मंगलवार को फाइनल में उन्होंने प्रत्येक खिताबी मुकाबले में जीत दर्ज की, जिससे इस आयोजन में उनका वर्चस्व और मजबूत हुआ.
लड़कियों की अंडर-15 मुक्केबाजी की शुरुआत कोमल (30-33 किग्रा) ने कजाकिस्तान की आयरू ओंगरबेक को 3:2 के विभाजित निर्णय से हराकर की. खुशी अहलावत (35 किग्रा) ने फिर अपनी प्रतिद्वंद्वी को 4:1 से हराया, जबकि तमन्ना (37 किग्रा) ने दूसरे दौर में आरएससी के साथ अपना खिताब पक्का किया.
सवी (40 किग्रा), मिल्की मीनम (43 किग्रा), प्रिंसी (52 किग्रा), नव्या (58 किग्रा), सुनैना (61 किग्रा), त्रुशाना मोहिते (67 किग्रा) और वंशिका (70+ किग्रा) सभी ने सर्वसम्मति से अपने-अपने मुकाबले जीते, जिससे लड़कियों की अंडर-15 टीम ने फाइनल में क्लीन स्वीप किया.
अम्मान से अंडर-15 दल की उपलब्धि पर , बीएफआई की अंतरिम समिति के अध्यक्ष अजय सिंह ने कहा: “भारतीय मुक्केबाजी के लिए यह एक अविश्वसनीय शाम थी. ग्यारह बार राष्ट्रगान बजते हुए सुनना और भारत को चार्ट में शीर्ष पर देखना हम सभी को गर्व से भर देता है. मैं इस शानदार उपलब्धि के लिए हमारे 25 अंडर-15 पदक विजेताओं को दिल से बधाई देता हूं; ये हमारे भविष्य के ओलंपिक चैंपियन हैं, और उन्होंने देश को गौरवान्वित किया है. लेकिन, भारत का अभियान अभी खत्म नहीं हुआ है. हमारे अंडर-17 मुक्केबाजों में से सात अंतिम दिन फाइनल के लिए रिंग में उतरेंगे, और हम उन्हें हर तरह से समर्थन देंगे. इस तरह के प्रदर्शन से हमारा यह विश्वास पुष्ट होता है कि आने वाले वर्षों में दुनिया भर के मुक्केबाजी के मैदानों में भारत का राष्ट्रगान बार-बार बजेगा.”
चार भारतीय लड़कों ने फाइनल में भाग लिया. संस्कार विनोद (35 किग्रा) के लिए एक स्वर्ण के अलावा, तीन ने रजत पदक जीते, जो पहले के सात कांस्य पदकों में शामिल हैं. फाइनल से पहले ही भारत के 43 पदक पक्के हो चुके थे, जिनमें अंडर-15 वर्ग में 25 और अंडर-17 वर्ग में 18 पदक शामिल हैं – जिसका फाइनल बुधवार को होगा.
रुद्राक्ष सिंह खैदेम (46 किग्रा), अभिजीत (61 किग्रा) और लक्ष्य फोगाट (64 किग्रा) ने क्रमश: यूक्रेन, उज्बेकिस्तान और इराक के खिलाफ रजत पदक जीता.
अब ध्यान 11वें दिन होने वाले अंडर-17 फाइनल पर है, जहां सात भारतीय मुक्केबाज स्वर्ण के लिए लड़ेंगे और टूर्नामेंट को जीत के साथ समाप्त करना चाहेंगे.
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आरआर/