मॉस्को द्वारा इक्वाडोर से खरीद बंद करने के बाद भारत ने रूस को केले का निर्यात शुरू किया

नई दिल्ली, 7 फरवरी . भारत ने भविष्य में निर्यात बढ़ाने की योजना के साथ रूस को केले की आपूर्ति शुरू कर दी है. मीडिया रिपोर्टों में यह बात कही गई है.

रूस पहले इक्वाडोर से बड़ी मात्रा में केले आयात कर रहा था, लेकिन उत्पाद दूषित पाये जाने के बाद उसने लैटिन अमेरिकी देश से फल खरीदना बंद करने का फैसला किया है.

रिपोर्ट में पशु चिकित्सा और फाइटोसैनिटरी पर्यवेक्षण की रूसी संघीय सेवा के हवाले से बताया गया है, “भारत से केले की पहली खेप जनवरी 2024 में रूस पहुँची, अगली आपूर्ति इस फरवरी के अंत तक करने की योजना है. रूसी बाजार में भारतीय केले के निर्यात की मात्रा भविष्य में बढ़ जाएग.”

कुछ मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, मॉस्को ने इक्वाडोर द्वारा रूस से खरीदे गए सैन्य उपकरणों को यूक्रेन को आगे की आपूर्ति के लिए अमेरिका भेजने पर कड़ी आपत्ति जताई है. इक्वाडोर से केले के आयात को रोकने के निर्णय को इसी घटनाक्रम के नतीजे के रूप में देखा जा रहा है.

हालाँकि, रूसी अधिकारियों ने देश से आयात रोकने के कारण के रूप में इक्वाडोर के साथ राजनयिक मतभेदों का उल्लेख नहीं किया.

रूस के खाद्य सुरक्षा प्रहरी ने देश के कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय के पादप संरक्षण, संगरोध और भंडारण निदेशालय के प्रतिनिधियों के साथ भारत से रूस को फलों की आपूर्ति से संबंधित मुद्दों पर चर्चा की है. रिपोर्ट में कहा गया है कि भारतीय पक्ष ने रूसी बाजार में फलों की आपूर्ति की सीमा के विस्तार में रुचि व्यक्त की.

संयुक्त राष्ट्र खाद्य और कृषि संगठन (एफएओ) के अनुसार, भारत दुनिया में केले का सबसे बड़ा उत्पादक है. वर्ष 2023 में यहाँ 3.3 करोड़ टन केले का उत्पादन किया, इसके बाद चीन (1.2 करोड़ टन), और इंडोनेशिया (87 लाख टन) का स्थान है.

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