पटना, 7 अगस्त . अमेरिका के 50 प्रतिशत टैरिफ लगाए जाने को लेकर बयानबाजियों का दौर जारी है. इसे लेकर बिहार कांग्रेस के प्रभारी कृष्णा अल्लावारु ने कहा कि भारत को अपने हक, अधिकार के लिए अमेरिका के सामने खड़ा रहना चाहिए, अपनी बात मजबूती से रखनी चाहिए. सिर्फ भाषण देने से काम नहीं चलेगा.
उन्होंने पटना में कहा कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप हिंदुस्तान के प्रधानमंत्री का काम कर रहे हैं, ऐसा देशवासियों को महसूस होता है. क्योंकि पाकिस्तान से बातचीत ट्रंप कर रहे हैं. हमारे ट्रेड में क्या होना है, क्या नहीं होना है, वह ट्रंप बता रहे हैं. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सवाल करते हुए कहा कि हमारा सवाल है कि प्रधानमंत्री की कुर्सी पर ट्रंप को ही बैठा दें, देश तो वही चला रहे हैं.
राजद नेता तेजस्वी यादव के दो एपिक कार्ड रखे जाने को लेकर चुनाव आयोग द्वारा दोबारा नोटिस भेजे जाने पर उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग को उसका काम याद दिलाने की जरूरत है. अगर नोटिस भेजना है तो तमाम बीएलओ को भेजें, जिन्होंने घर बैठकर या बंद कमरे में बैठकर पब्लिक के दस्तखत करते-करते वोटर लिस्ट में नाम चढ़ाए.
उन्होंने कहा, “अगर सही में कार्रवाई होती तो बिहार में डीएम से लेकर बीएलओ तक पर First Information Report करते-करते प्रशासन थक जाता. कार्रवाई जहां होनी चाहिए, जब होनी चाहिए, तब नहीं हो रही है. लाखों, करोड़ों के स्तर पर वोटर लिस्ट में धांधलियां प्रशासन ने की हैं. कार्रवाई होनी चाहिए तो उन पर पहले होनी चाहिए. उन पर क्यों नहीं करवाई गई?”
उन्होंने कहा कि जनता से जाकर पूछो, बता देंगे. करोड़ की संख्या में आपको हजारों-लाखों की संख्या में पर्चे काटने पड़ेंगे, First Information Report दर्ज करवाना पड़ेगा. मुकदमा दर्ज करवाना पड़ेगा. अगर चुनाव आयोग निष्पक्ष है, तो यह कार्रवाई पहले करके दिखाए, तो आगे हम मानेंगे. उन्होंने कहा कि ज्ञानेश कुमार भाजपा के पिट्ठू हैं.
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने एसआईआर के विरोध में चुनाव बहिष्कार करने की बात को लेकर उन्होंने कहा, “चुनाव आयोग निष्पक्षता से काम नहीं कर रही है. राहुल गांधी ने आज दिखाया है कि भाजपा और चुनाव आयोग बंद कमरे में मिलजुल कर दो और दो पांच कर रहे थे. उसको हमने एक्सपोज किया. डाटा दिखाई तो जवाब नहीं आया. उल्टा छुपा दिया गया. अभी बिहार में खुलेआम दो और दो पांच छोड़कर दो और दो 50 करने की प्रक्रिया है, उसका नाम है एसआईआर. उसका हम विरोध करते हैं और हर तरीके से तैयार हैं.”
उन्होंने आगे कहा कि जो भी निर्णय लिया जा रहा है, इंडिया ब्लॉक में मिलजुल कर लिया जा रहा है. जब निर्णय लेंगे तो आगे बढ़ेंगे. अभी फिलहाल हम यात्रा के माध्यम से जागरूकता बढ़ाने वाले हैं, एक-एक कदम पर मिलजुल कर फैसला लेने वाले हैं.
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एमएनपी/डीएससी