अफगानिस्तान भूकंप प्रभावित परिवारों के लिए भारत ने भेजी राहत सामग्री

New Delhi, 3 नवंबर . अफगानिस्तान में 6.3 की तीव्रता से भूकंप के झटके महसूस किए गए. Monday सुबह उत्तरी अफगानिस्तान में 6.3 तीव्रता का शक्तिशाली भूकंप आया. इसमें कम से कम सात लोगों की मौत हो गई और 100 से अधिक घायल हो गए. वहीं, आपदा की इस घड़ी में India ने अफगानिस्तान की तरफ मदद का हाथ बढ़ाया है.

India ने अफगानिस्तान में भूकंप प्रभावित लोगों के लिए मदद भेजी है. भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने social media प्लेटफॉर्म एक्स पर इसकी जानकारी दी. उन्होंने लिखा कि अफगान लोगों के प्रति अपने समर्थन की पुष्टि करते हुए, India ने भूकंप से प्रभावित परिवारों के लिए राहत सामग्री की आपूर्ति की.

इससे पहले विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने एक्स पर लिखा कि Monday दोपहर अफगानिस्तान के विदेश मंत्री मौलवी आमिर खान मुत्तकी से फोन पर बात की और बल्ख, समांगन और बगलान प्रांतों में आए भूकंप में हुई जान-माल की हानि पर संवेदना व्यक्त की.

भूकंप प्रभावित समुदायों के लिए भारतीय राहत सामग्री आज सौंपी जा रही है. दवाओं की और आपूर्ति जल्द ही पहुंच जाएगी. अपनी यात्रा के बाद से हमारे द्विपक्षीय संबंधों में हुई प्रगति पर चर्चा की. India और अफगानिस्तान के बीच लोगों के बीच बेहतर होते संपर्कों का स्वागत किया. क्षेत्रीय स्थिति पर विचारों के आदान-प्रदान की सराहना की.

यूएसजीएस के अनुसार, भूकंप लगभग 523,000 की आबादी वाले शहर मजार-ए-शरीफ के पास 28 किमी (17.4 मील) की गहराई पर आया. मलबे में फंसे लोगों को निकालने के लिए बचाव अभियान जारी है. वहीं, रेस्क्यू ऑपरेशन के वीडियो, ढही हुई इमारतों और बिखरे हुए मलबे की तस्वीरें, social media प्लेटफॉर्म एक्स पर तेजी से वायरल हो रही हैं.

जीएफजेड जर्मन रिसर्च सेंटर फॉर जियोसाइंसेज के अनुसार, इससे पहले 23 सितंबर को दक्षिण-पूर्वी अफगानिस्तान में 4.9 तीव्रता का भूकंप आया था. भूकंप का केंद्र 10 किमी की उथली गहराई पर स्थित था, जिसका निर्देशांक 34.48 डिग्री उत्तरी अक्षांश और 70.71 डिग्री पूर्वी देशांतर था.

2021 में सत्ता संभालने के बाद से, तालिबान Government को कई विनाशकारी भूकंपों का सामना करना पड़ा है. इनमें 2023 में ईरानी सीमा के पास पश्चिमी हेरात क्षेत्र में आया भूकंप भी शामिल है. 2023 के इस भूकंप में 1,500 से ज्यादा लोग मारे गए थे और 63,000 से ज्यादा घर नष्ट हो गए.

एमएस/डीकेपी