भारत ने की सूखाग्रस्त नामीबिया की मदद, 1,000 मीट्रिक टन चावल की खेप भेजी

नई दिल्ली, 17 सितंबर . भारत ने मंगलवार को सूखाग्रस्त अफ्रीकी देश नामीबिया की खाद्य सुरक्षा जरूरतों को पूरा करने के लिए मानवीय सहायता के रूप में 1,000 मीट्रिक टन चावल की खेप भेजी. यह पहल ग्लोबल साउथ को समर्थन देने की भारत की प्रतिबद्धता के अनुरूप है.

विदेश मंत्रालय (एमईए) ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, “एक विश्वसनीय एचएडीआर (मानवीय सहायता और आपदा राहत) प्रदाता और एक भरोसेमंद मित्र के रूप में, भारत हाल के सूखे के मद्देनजर नामीबिया के लोगों की खाद्य सुरक्षा को मजबूत करने के लिए उन्हें खाद्यान्न सहायता प्रदान कर रहा है.”

यह खेप मंगलवार को न्हावा शेवा बंदरगाह से रवाना हुई.

इससे पहले शनिवार को भारत ने एक अन्य अफ्रीकी देश चाड में लगी “घातक” आग के मद्देनजर वहां मानवीय सहायता बढ़ाने की घोषणा की.

भारत ने उत्तर-मध्य अफ्रीका में स्थित इस लैंडलॉक्ड देश को लगभग 2300 किलोग्राम वजन की मेडिकल खेप भेजी, जिसमें आवश्यक जीवनरक्षक एंटीबायोटिक्स और सामान्य दवाएं शामिल थीं.

भारत ने यह कदम 19 जून को चाड की राजधानी एन’जामेना में हुई भीषण दुर्घटना के बाद उठाया. यहां एक हथियार और गोला-बारूद डिपो में आग लगने से कई लोगों की मौत हो गई थी.

वहीं इस हफ्ते की शुरुआत में भारत ने म्यांमार, लाओस और वियतनाम को मानवीय सहायता प्रदान करने के लिए ‘ऑपरेशन सद्भाव’ शुरू किया. भारत के इस ऑपरेशन से इन देशों को तूफान ‘यागी’ के विनाशकारी परिणामों से निपटने में मदद मिलेगी.

एमके/जीकेटी