New Delhi, 26 जून . भारत सरकार की ओर से जारी ऑपरेशन सिंधु के तहत ईरान से निकाले गए नेपाली नागरिकों के तीसरे समूह का Thursday को New Delhi स्थित नेपाली दूतावास में स्वागत किया गया.
ऑपरेशन सिंधु के तहत निकाले गए नेपाली नागरिकों की कुल संख्या नौ हो गई, जो भारत-नेपाल की मजबूत मित्रता और ‘पड़ोसी पहले’ नीति के प्रति भारत की प्रतिबद्धता को दिखाता है.
New Delhi स्थित नेपाली दूतावास ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, “दूतावास के अधिकारियों और विदेश मंत्रालय के प्रतिनिधियों ने Thursday की सुबह दिल्ली हवाई अड्डे पर ईरान के मसाद से भारत सरकार द्वारा निकाले गए तीन नेपाली युवकों के तीसरे समूह का स्वागत किया. वे Thursday को दिल्ली से नेपाल के बुटवल के लिए रवाना होने की योजना बना रहे हैं.”
विदेश मंत्रालय (एमईए) ने यह भी पुष्टि की कि कुल 275 लोगों में 272 भारतीय नागरिक और तीन नेपाली नागरिक को ईरान के मशहद से सुरक्षित रूप से New Delhi पहुंचे.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने एक्स पर पोस्ट किया, “26 जून को 00:01 बजे मशहद से New Delhi पहुंचे एक विशेष विमान से 272 भारतीय और तीन नेपाली नागरिकों को ईरान से निकाला गया. ऑपरेशन सिंधु के तहत 3,426 भारतीय नागरिकों को ईरान से स्वदेश लाया गया है.”
इससे पहले Wednesday को, भारत द्वारा निकाले गए चार नेपाली नागरिकों गायत्री, उत्सव, सागर और बुद्धि का दूसरा समूह मशहद से New Delhi पहुंचा था. नेपाली दूतावास के अधिकारियों और विदेश मंत्रालय के प्रतिनिधियों ने बुटवल के लिए रवाना होने से पहले New Delhi हवाई अड्डे पर उनका स्वागत किया.
नेपाल के विदेश मंत्रालय ने Tuesday को भी पुष्टि की थी कि ईरान में काम कर रहे दो नेपाली नागरिकों, गणेश प्रसाद पोखरेल और सुमन गैरे को भारत सरकार के सहयोग से मशहद से New Delhi सकुशल लाया गया.
रिपोर्टों से पता चलता है कि कई नेपाली नागरिक तेहरान के राजनयिक मिशनों और रेस्तरां में काम कर रहे थे. वे वहां पिछले आठ साल से 24 साल से रह रहे थे. नेपाल की अपील के बाद व्यापक बचाव अभियान के तहत तेहरान में भारतीय दूतावास ने नेपाली नागरिकों को निकालने में समन्वय और सहायता की.
नेपाल की विदेश मंत्री आरजू राणा देउबा ने हाल ही में सोशल मीडिया पर निकासी प्रयासों में भारत के समर्थन के लिए विदेश मंत्री एस. जयशंकर का आभार व्यक्त किया.
उन्होंने एक्स पर पोस्ट किया, “ईरान से नेपाली नागरिकों को निकालने में भारत की त्वरित सहायता के लिए (भारत के विदेश मंत्री) एस. जयशंकर को धन्यवाद. नेपाल के निकासी प्रयासों में भारत का समर्थन नेपाल-भारत संबंधों की मजबूती का प्रतिबिंब है.”
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एएसएच/एकेजे