ढाका (बांग्लादेश), 7 फरवरी . भारत की अंडर-19 महिला राष्ट्रीय टीम गुरुवार को बीएसएसएसएमके स्टेडियम की आर्टिफिशियल टर्फ पर सैफ अंडर-19 महिला चैंपियनशिप 2024 के फाइनल में मेजबान बांग्लादेश से भिड़ेगी.
महिला फुटबॉल में काफी सुधार के बावजूद सैफ में इस आयु वर्ग में भारत का रिकॉर्ड खराब है. यह खिताब एक से अधिक मौकों पर भारत से दूर रहा है.
इसका ताजा उदाहरण पिछले साल ढाका में सैफ अंडर20 महिला चैंपियनशिप है, जब बांग्लादेश ने भारत को पछाड़कर ट्रॉफी जीती थी.
गुरुवार का फाइनल निश्चित रूप से भारत के लिए पिछले रिकॉर्ड को ताक पर रखकर खिताब जीतने का एक बड़ा अवसर होगा. यंग टाइग्रेस निश्चित रूप से चैंपियनशिप पर कब्ज़ा करने और दृढ़ संकल्प के साथ फाइनल मैच में उतरेगी.
ग्रुप चरण में भारत ने भूटान (10-0) और नेपाल (4-0) के खिलाफ आसानी से जीत हासिल की, लेकिन बांग्लादेश के खिलाफ एक गोल से हार गए. फिर, ग्रुप में दूसरे स्थान पर रहने वाले खिलाड़ी के रूप में फाइनल में प्रवेश किया.
कड़ी रक्षा और संतुलित मिडफील्ड के अलावा, फॉरवर्ड पूजा, सुलंजना, विंगर नेहा और सिबानी देवी के सराहनीय प्रदर्शन के कारण भारत ने अच्छे आक्रमण गुण का प्रदर्शन किया.
हालांकि, मेजबान टीम को पछाड़ना निश्चित रूप से आसान नहीं होगा, जिसने इस हफ्ते की शुरुआत में ग्रुप लीग में भारत को हराया था. इन बातों को भारत के मुख्य कोच सुक्ला दत्ता अच्छी तरह जानते हैं.
उन्होंने कहा, ”मैं वास्तव में इस बात से खुश नहीं हूं कि भारत पिछले तीन वर्षों से बांग्लादेश से हार रहा है, लेकिन, अब इसे बदलने का समय आ जाएगा. मुझे यकीन है कि दोनों टीमें समान प्रयास करेंगी, जो टीम पहले स्कोर करेगी वह संभवतः चैंपियन बनेगी, अधिक स्कोर करने का आत्मविश्वास वहीं से शुरू होगा.”
उन्होंने कहा, “मैं समझती हूं कि बांग्लादेश को भारी समर्थन मिलेगा, लेकिन हम केवल अपने खेल पर ध्यान केंद्रित करेंगे.”
ग्रुप चरण में पहले ही बांग्लादेश के खिलाफ खेलने के बाद मुख्य कोच सुक्ला जानती हैं कि स्थिति को कैसे संभालना है.
उन्होंने कहा, “हमने इस टूर्नामेंट में मेजबान टीम के खिलाफ एक मैच खेला है, हम जानते हैं कि वे कैसे खेलते हैं. इसमें कोई शक नहीं कि वे अच्छी टीम हैं.”
–
एएमजे/एबीएम