तकनीकी विकास की दौड़ के ल‍िए भारत तैयार : एस. कृष्णन

नई दिल्ली, 12 अप्रैल . ग्लोबल टेक्नोलॉजी समिट में भारत सरकार के इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के सचिव एस. कृष्णन ने शनिवार को कहा कि आज हमें तकनीकी विकास के साथ आगे बढ़ना होगा.

ग्लोबल टेक्नोलॉजी समिट का आयोजन तकनीकी नवाचार, डिजिटल इंडिया और भविष्य की तकनीकी रणनीतियों को केंद्र में रखकर किया गया.

कार्यक्रम के दौरान अपने संबोधन में एस. कृष्णन ने कहा कि भारत सरकार का उद्देश्य तकनीक के क्षेत्र में अग्रणी बने रहना है और इसके लिए देश को वैश्विक स्तर पर हो रहे तकनीकी विकास के साथ कदम से कदम मिलाकर चलना होगा. उन्होंने कहा, “हम हर संभव प्रयास कर रहे हैं कि हम तकनीक की इस वैश्विक दौड़ में पीछे न छूटें. भारत को टेक्नोलॉजी के फ्रंट एंड पर रहना चाहिए और यही हमारी प्राथमिकता है.”

चर्चा के दौरान एक प्रतिभागी द्वारा पूछे गए सवाल के जवाब में, एस. कृष्णन ने इस बात पर जोर दिया कि सरकार केवल निजी क्षेत्र ही नहीं, बल्कि सिविल सोसाइटी और थिंक टैंक जैसे अन्य हितधारकों को भी नीति-निर्माण प्रक्रिया में शामिल करना चाहती है. उन्होंने कहा, “हम चाहते हैं कि यह प्रक्रिया मल्टी-स्टेकहोल्डर हो. यानी सरकार, कंपनियां, सिविल सोसाइटी और शैक्षणिक संस्थान सभी इसमें शामिल हों.”

उन्होंने आगे कहा कि मंत्रालय पहले से ही व्यापक स्तर पर विचार-विमर्श करता है, और कभी-कभी ऐसा लगता है कि हम विचार-विमर्श में जितना समय लगाते हैं, शायद उससे ज्यादा काम करने में नहीं लगाते हैं.

कृष्णन ने खासतौर पर एआई गवर्नेंस और इंटरनेट गवर्नेंस का ज़िक्र करते हुए कहा कि ये दोनों क्षेत्र मल्टी-स्टेकहोल्डर प्रारूप में संचालित हो रहे हैं और ऐसे में भारतीय नागरिक समाज की भागीदारी अत्यंत आवश्यक है. उन्होंने कहा, “इसमें अधिक लोगों की भागीदारी तभी संभव है, जब हम विभिन्न हितधारकों को साथ लाएं और यही मॉडल एआई गवर्नेंस में भी अपनाया जाएगा.”

इस समिट के दौरान तकनीकी सहयोग, सार्वजनिक-निजी भागीदारी और डिजिटल समावेशन जैसे विषयों पर विस्तृत चर्चा हुई. समिट का उद्देश्य भारत को तकनीकी रूप से सशक्त और वैश्विक नेतृत्वकर्ता के रूप में स्थापित करना है.

डीएससी/