ताड़ेपल्ली, 30 जुलाई . वाईएसआरसीपी प्रमुख वाईएस जगन मोहन रेड्डी Thursday को नेल्लोर दौरे पर रहेंगे. उनके इस दौरे के दौरान प्रशासन ने लोगों की ज्यादा भीड़ एकत्र होने पर पाबंदी लगा दी है. वाईएसआरसीपी के पूर्व सांसद मार्गनी भारत ने इसका विरोध किया है. उन्होंने कहा कि ये बेतुका और अलोकतांत्रिक है.
पूर्व सांसद मार्गनी भारत ने से बातचीत में कहा कि हम आंध्र प्रदेश के पूर्व Chief Minister जगन मोहन रेड्डी के दौरे के दौरान लगाए जाने वाले प्रतिबंधों का कड़ा विरोध करते हैं. वह नेल्लोर के दौरे पर जाने वाले हैं. इसलिए, यहां की चंद्रबाबू नायडू सरकार, यानी सत्तारूढ़ गठबंधन, उनके इस दौरे पर आपत्ति जता रही है. वाईएस जगन मोहन रेड्डी के इस दौरे के दौरान वाईएसआरसीपी के कम सदस्य इस कार्यक्रम में शामिल हो सरकार इसकी कोशिश कर रही है.
मार्गनी भारत ने कहा कि, मैं चंद्रबाबू नायडू की सरकार से पूछ रहा हूं कि एक लोकतांत्रिक देश में सरकार यह कैसे अनिवार्य कर रही है कि जगन मोहन रेड्डी के दौरे के दौरान केवल दस पार्टी के सदस्य ही उनके कार्यक्रम में शामिल हों.
उन्होंने कहा कि प्रशासन की तरफ से निर्देश मिले हैं कि जगन मोहन के दौरे के दौरना अगर निर्धारित संख्या से अधिक सदस्यों को शामिल किया जाता है, तो अलग-अलग मामले दर्ज किए जा सकते हैं. यह बिल्कुल बेतुका और बेहद अलोकतांत्रिक है.
उन्होंने कहा कि जब कोई जननेता किसी भी जगह जाता है, तो हजारों लोग उसकी सभा या रोड शो में शामिल होते हैं, क्योंकि जनता का अपार प्रेम और स्नेह उसे मिलता है. जाहिर है, यह वहां जरूर होगा. फिर ये सरकारी लोग कौन हैं जो हमारे नेताओं को धमका रहे हैं?
उन्होंने बताया कि जगन मोहन रेड्डी यहां गोवर्धन रेड्डी से मिलने आ रहे हैं. पूर्व विधायक वाईएसआरसीपी काकानी गोवर्धन रेड्डी, जिन्हें अवैध रूप से हिरासत में लिया गया था और अवैध रूप से गिरफ्तार किया गया था. इसलिए वह उन्हें सांत्वना देने आ रहे हैं. ऐसे में जहां भी वह आएंगे हजारों लोग उनसे मिलने आएंगे. हम जगन मोहन के नेल्लोर दौरे के दौरान सरकार की तरफ से कुछ लोगों के शामिल होने के निर्देश जारी करने को बिल्कुल स्वीकार नहीं करते हैं. एक लोकतांत्रिक देश में अपने प्रिय नेता से मिलने का सभी को अधिकार है. मैं सरकार से इन सभी प्रतिबंधों को हटाने की मांग करता हूं.
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एएसएच/जीकेटी