मुंबई, 10 मई . समाजवादी पार्टी के विधायक अबू आजमी ने भारत और पाकिस्तान के बीच शनिवार को घोषित युद्धविराम का स्वागत किया है. उन्होंने इस कदम को शांति की दिशा में महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि युद्ध किसी भी समस्या का समाधान नहीं है. आजमी ने इस बात पर खुशी जताई कि दोनों देशों ने तनाव कम करने की दिशा में कदम उठाया है. उन्होंने आतंकवादी गतिविधियों को लेकर चिंता जताई और सरकार से कठोर कार्रवाई की मांग की. हालांकि, पाकिस्तान ने सीजफायर की घोषणा के कुछ ही घंटे के भीतर उसका उल्लंघन कर दिया.
अबू आजमी ने अपने बयान में कहा, “मैं युद्धविराम का स्वागत करता हूं, मुझे इसकी बहुत खुशी है. लड़ाई से कोई समाधान नहीं निकलता, बल्कि इसमें कई बेगुनाहों की जान चली जाती है. लेकिन मुझे इस बात का दुख है कि बाहर से आए आतंकवादियों ने धर्म पूछकर हमारे 26-27 लोगों की हत्या कर दी. इसके बाद हिंदू-मुस्लिम विवाद शुरू हो गया.”
उन्होंने केंद्र सरकार से मांग की कि भविष्य में अगर कोई आतंकवादी घटना होती है, तो सरकार को कड़ा रुख अपनाना चाहिए. आजमी ने स्पष्ट शब्दों में कहा, “मैं सीजफायर का समर्थन करता हूं, लेकिन सरकार से यह भी मांग करता हूं कि अगर भविष्य में आतंकवादी गतिविधियां होती हैं, तो फिर कभी युद्धविराम नहीं होगा, बल्कि युद्ध होगा. आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई जानी चाहिए.”
आजमी ने भारत और पाकिस्तान के बीच खुली और स्पष्ट बातचीत की वकालत की. उनका कहना था कि दोनों देशों को आपसी मतभेदों को सुलझाने के लिए वार्ता का रास्ता अपनाना चाहिए. उन्होंने कहा, “पाकिस्तान के साथ खुलकर बात होनी चाहिए. केवल बातचीत से ही स्थायी शांति संभव है.”
भारत-पाकिस्तान युद्धविराम पर कांग्रेस सांसद गुरजीत सिंह औजला ने कहा, “मैं इस लड़ाई में सेना के प्रयासों के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, हमारे विपक्ष के नेता राहुल गांधी और सभी राजनीतिक दलों और भारत के लोगों को बधाई देता हूं जिन्होंने इस युद्ध में देश का साथ दिया.”
पंजाब के अमृतसर से सांसद औजला ने इसे शांति की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया है. उन्होंने इस उपलब्धि के लिए भारतीय सेना, प्रधानमंत्री, विपक्षी नेताओं, सभी राजनीतिक दलों और देश की जनता की एकजुटता को सराहा.
औजला ने अपने बयान में कहा, “मैं इस लड़ाई में सेना के प्रयासों के लिए प्रधानमंत्री मोदी, हमारे विपक्ष के नेता राहुल गांधी और सभी राजनीतिक दलों और भारत के लोगों को बधाई देता हूं, जिन्होंने इस युद्ध में देश का साथ दिया. हमारी सेना ने हर मोर्चे पर देश का मान बढ़ाया है. यह युद्धविराम उनकी मेहनत और बलिदान का परिणाम है. यह भारत की ताकत है कि जब बात देश की आती है, तो हम सभी एक साथ खड़े होते हैं. इस युद्धविराम ने हमारी एकता को और मजबूत किया है.”
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एकेएस/एकेजे