विदेश मंत्री जयशंकर की यात्रा से भारत-मॉरीशस संबंधों को मिली मजबूती

पोर्ट लुइस, 17 जुलाई . विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने बुधवार को अपनी मॉरीशस यात्रा के दूसरे और अंतिम दिन द्वीप राष्ट्र के पूर्व प्रधानमंत्री पॉल बेरेन्जर और नवीन रामगुलाम समेत कई नेताओं से मुलाकात की.

आज सबसे पहले उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री रामगुलाम से मुलाकात की. एक्स पर एक पोस्ट में उन्होंने लिखा, “आज सुबह पूर्व प्रधानमंत्री नवीन रामगुलाम से मिलकर खुशी हुई. हमारे लंबे समय से चले आ रहे द्विपक्षीय संबंधों और इसे आगे बढ़ाने पर चर्चा हुई. भारत-मॉरीशस संबंधों के लिए उनके समर्थन की प्रशंसा करता हूं.”

इसके बाद वह एक और पूर्व प्रधानमंत्री पॉल बेरेन्जर से मिले. उन्होंने इस मुलाकात को प्रासंगिक वैश्विक मुद्दों पर “जीवंत चर्चा” बताया.

जयशंकर की मॉरीशस के विपक्षी नेता अरविन बुलेल से मुलाकात के दौरान दोनों देशों के बीच संबंधों और हिंद महासागर क्षेत्र की समृद्धि और कल्याण को लेकर चर्चा हुई. विदेश मंत्री ने एक्स पर लिखा, “विपक्ष के नेता डॉ. अरविन बुलेल से मिलकर प्रसन्नता हुई. इस मुलाकात के दौरान भारत-मॉरीशस के बीच संबंधों और हिंद महासागर क्षेत्र की समृद्धि और कल्याण के लिए इसके महत्व पर चर्चा की गई. हमारे संबंधों को निरंतर मजबूत बनाने के लिए उनके समर्थन का स्वागत करता हूं.”

जयशंकर बाद में पार्टी मॉरीशियन सोशल डेमोक्रेट के नेता जेवियर लूक डूवल से भी मिले.

उनका आज प्रधानमंत्री प्रविंद जुगनॉथ के साथ ग्रांड बोइस में एक मेडिक्लिनिक के शुभारंभ का कार्यक्रम है जिसका निर्माण भारतीय अनुदान से किया गया है. यह देश की सिग्नेचर परियोजनाओं में से एक है.

विदेश मंत्री जयशंकर मंगलवार को पीएम जुगनॉथ से मिले थे. दोनों के बीच विकास परियोजनाओं, रक्षा और सामुद्रिक मामलों में सहयोग पर चर्चा हुई. चार सामुदायिक परियोजनाओं के वित्त पोषण के लिए दोनों देशों के बीच एमओयू पर भी हस्ताक्षर हुए.

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