काठमांडू, 30 सितंबर . भारत ने कुछ दिनों से बाढ़ और भूस्खलन के कारण नेपाल में फंसे अपने नागरिकों के लिए सोमवार को हेल्पलाइन नंबर जारी किए.
यह परामर्श सप्ताहांत में रिकॉर्ड बारिश के कारण आई भयंकर बाढ़ और भूस्खलन के बाद जारी किया गया है, जिससे नेपाल में व्यापक क्षति हुई है.
भारतीय दूतावास ने नेपाल की मौजूदा स्थिति को लेकर चिंता व्यक्त की. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर लिखा,”सप्ताहांत में रिकॉर्ड बारिश के कारण बाढ़ और भूस्खलन से व्यापक नुकसान हुआ है. हमारी संवेदनाएं प्रभावित सभी लोगों के साथ हैं.”
दूतावास ने स्वीकार किया कि उसे प्राकृतिक आपदा के कारण भारतीय नागरिकों के फंसे होने की रिपोर्ट मिली है तथा वह इन व्यक्तियों की सुरक्षित निकासी और वापसी सुनिश्चित करने के लिए नेपाली प्राधिकारियों के साथ समन्वय कर रहा है.
“दूतावास इनमें से कुछ समूहों के संपर्क में है तथा उनकी सुरक्षित वापसी की व्यवस्था कर रहा है.”
उल्लेखनीय है कि फंसे हुए नागरिकों की सहायता के लिए दूतावास ने मदद की आवश्यकता वाले लोगों के लिए तीन हेल्पलाइन नंबर जारी किए. इस बीच, नेपाल के गृह मंत्रालय के अनुसार, सोमवार दोपहर तक नेपाल में विनाशकारी बाढ़ और भूस्खलन से मरने वालों की संख्या 200 के करीब पहुंच गई. वहीं, 30 लोग लापता हैं और 194 अन्य घायल हुए हैं.
बचाव अभियान में 4,500 से अधिक लोगों को बचाया गया है. सुरक्षा बल अवरुद्ध राजमार्गों को साफ करने और प्रभावित क्षेत्रों तक पहुंचने के लिए प्रयास जारी रखे हुए हैं.
सरकारी आंकड़ों से यह भी पता चला है कि 1,327 घर नष्ट हो गए हैं. वहीं, नेपाल भर में 19 प्रमुख राजमार्गों को नुकसान पहुंचा है, जिससे बचाव और राहत कार्यों में कठिनाई आ रही है.
सुरक्षा बल अवरुद्ध सड़कों को साफ करने और बचाव अभियानों में सहायता करने में जुटे हुए हैं.
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आरके/