भारत केवल एक उभरता बाजार नहीं, एक उभरता हुआ मॉडल भी है: प्रधानमंत्री मोदी

New Delhi, 17 नवंबर . Prime Minister Narendra Modi ने Monday को रामनाथ गोयनका व्याख्यान में भाग लिया. Prime Minister Narendra Modi ने अपने संबोधन में कहा कि आज हम सब एक ऐसी विभूति के सम्मान में यहां आए हैं, जिन्होंने भारतीय लोकतंत्र में पत्रकारिता, अभिव्यक्ति और जन आंदोलन की शक्ति को नई ऊंचाई दी है.

पीएम मोदी ने कहा कि रामनाथ गोयनका को अक्सर एक अधीर व्यक्ति के रूप में वर्णित किया जाता था, नकारात्मक अर्थ में नहीं, बल्कि सकारात्मक अर्थ में. उनकी अधीरता परिवर्तन की प्रेरणा देती थी. ठहरे हुए पानी में भी गति लाती थी. इसी तरह आज का India भी इसी रचनात्मक अधीरता का प्रतीक है. India प्रगति के लिए आतुर, विकास के लिए बेचैन और आत्मनिर्भर बनने के लिए दृढ़ है.

उन्होंने कहा कि 2022 में यूरोपीय संकट ने वैश्विक आपूर्ति शृंखलाओं और ऊर्जा बाजारों को बुरी तरह प्रभावित किया, जिससे दुनियाभर की अर्थव्यवस्थाएं प्रभावित हुईं. इन चुनौतियों के बावजूद हमारी अर्थव्यवस्था ने मजबूत गति दिखाई और 2022-23 में मजबूत विकास दर हासिल की.

2023 में पश्चिम एशिया में स्थिति बिगड़ने के बावजूद हमारी विकास दर मजबूत बनी रही. इस वर्ष जारी वैश्विक अस्थिरता के बीच India लगभग 7% की विकास दर बनाए हुए है.

उन्होंने कहा कि ऐसे समय में जब दुनिया अनिश्चितता और व्यवधान की आशंकाओं से जूझ रही है. India एक जीवंत और आशाजनक भविष्य की ओर अग्रसर है. India न केवल एक उभरता हुआ बाजार है, बल्कि एक उभरता हुआ मॉडल भी है.

Prime Minister ने कहा कि रामनाथ गोयनका ने हमेशा सत्य का साथ दिया और हमेशा कर्तव्य को सर्वोपरि रखा. उनके बारे में कहा जाता था कि वे बहुत अधीर थे, और अधीरता नेगेटिव सेंस में नहीं, बल्कि पॉजिटिव सेंस में थी. वो अधीरता, जो परिवर्तन के लिए परिश्रम की पराकाष्ठा कराती है. वो अधीरता, जो ठहरे हुए पानी में भी हलचल पैदा कर देती है, ठीक वैसे ही आज का India विकसित होने के लिए अधीर है. India आत्मनिर्भर होने के लिए अधीर है.

उन्होंने कहा कि मैं आज इस मंच से कह सकता हूं कि India सिर्फ एक उभरता बाजार ही नहीं है, एक उभरता हुआ मॉडल है. आज दुनिया भारतीय विकास मॉडल को आशा का मॉडल मान रही है.

पीएम मोदी ने कहा कि चाहे केंद्र Government हो या क्षेत्रीय दलों के नेतृत्व वाली राज्य Governmentें, उनका प्राथमिक ध्यान विकास पर होना चाहिए. मैं राज्य Governmentों को निवेश आकर्षित करके और विकास को बढ़ावा देकर स्वस्थ प्रतिस्पर्धा की भावना को बढ़ावा देने के लिए प्रोत्साहित करता हूं. व्यापार करने में आसानी बढ़ाने के लिए प्रतियोगिताओं का आयोजन इस दिशा में एक बड़ा कदम हो सकता है.

एमएस/वीसी