डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग में आत्मनिर्भर बन रहा भारत, एचएएल को मिला नया ऑर्डर

नई दिल्ली, 18 जून . भारत की डिफेंस कंपनी हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) को रक्षा मंत्रालय की ओर से 156 लाइट कॉम्बैट हेलीकॉप्टर का ऑर्डर मिला है.

नया ऑर्डर मिलने के साथ ही एचएएल के शेयर में 5 प्रतिशत से ज्यादा की तेजी देखी जा रही है और दोपहर 12 बजे यह 5,470 रुपये पर था.

एचएएल द्वारा रेगुलेटरी फाइलिंग में कहा गया कि कंपनी को रक्षा मंत्रालय की ओर से 156 लाइट कॉम्बैट हेलीकॉप्टर के लिए रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल (आरपीएफ) मिला है. 156 में से 90 हेलीकॉप्टर भारतीय सेना और 66 हेलीकॉप्टर भारतीय वायु सेना के लिए हैं.

बता दें, आरपीएफ एक दस्तावेज होता है जिसमें किसी भी सरकार या कंपनी द्वारा अपनी आवश्यकताओं को बताया जाता है. इसमें सामान खरीदने के प्रोसेस, टाइमलाइन, नियम और शर्तों की जानकारी होती है.

माना जा रहा है कि ये टेंडर 45,000 से 50,000 करोड़ रुपये का हो सकता है.

156 लाइट कॉम्बैट हेलीकॉप्टर खरीदने का प्रस्ताव एचएएल को दिया जाना, डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग में आत्मनिर्भर बनने की सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है.

नई सरकार बनने के बाद कार्यभार संभालते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हमारा उद्देश्य देश की सुरक्षा को मजबूत करना है. साथ ही रक्षा जरूरतों में आत्मनिर्भरता हासिल करना है.

156 लाइट कॉम्बैट हेलीकॉप्टर का नया ऑर्डर मिलने से पहले एचएएल के पास 38,561 करोड़ रुपये की ऑर्डर बुक थी. हाल ही में भारत और अमेरिका के बीच एडवांस जीई इंजन बनाने को लेकर समझौता हुआ है. ये इंजन एचएएल की ओर से बनाए जाएंगे.

भारत में डिफेंस इंडस्ट्री तेजी से विकसित हो रही है. एक अन्य सरकारी डिफेंस कंपनी भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (बीईएल) की ऑर्डर बुक 75,934 करोड़ रुपये की है. एलएंडटी, जो कि डिफेंस क्षेत्र में भी कारोबार करती है, उसकी ऑर्डर बुक 94,000 करोड़ रुपये की है.

एबीएस/