एआई को लेकर एडवांस नॉलेज रखने में भारत सबसे आगे, अमेरिका और जर्मनी भी रह गए पीछे

बेंगलुरु, 20 नवंबर . भारत के अधिकतर नॉलेज वर्कर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) का इस्तेमाल करते हैं और उनमें से लगभग आधे लोग एआई को लेकर एडवांस नॉलेज रखते हैं. बुधवार को आई एक लेटेस्ट रिपोर्ट में बताया गया कि सर्वे किए गए भारतीय नॉलेज वर्कर में 46 प्रतिशत लोग एआई के एडवांस यूजर हैं.

टीम कोलैबरेशन और प्रोडक्टिविटी सॉफ्टवेयर में ग्लोबल लीडर एटलसियन की एक रिपोर्ट के अनुसार, एडवांस एआई के मामले में भारत अमेरिका, जर्मनी, फ्रांस और ऑस्ट्रेलिया से आगे बना हुआ है.

रिपोर्ट के अनुसार, भारत के बाद 34 प्रतिशत अमेरिकी नॉलेज वर्कर एडवांस एआई की नॉलेज रखते हैं, वहीं जर्मनी का हिस्सा इस मामले में 32 प्रतिशत है.

फ्रांस के नॉलेज वर्कर का 26 प्रतिशत हिस्सा एडवांस एआई की नॉलेज रखता है तो ऑस्ट्रेलिया के 23 प्रतिशत नॉलेज वर्कर ही एआई के एडवांस यूजर हैं.

सर्वे में एआई कोलैबरेशन के लिए चार स्टेज रखे गए थे, जिसमें बेसिक अडॉप्शन सिंपल टूल स्टेज 1 से लेकर एडवांस यूज स्ट्रैजिक पार्टनर और डिसिजन मेकिंग एडवाइजर स्टेज 4 शामिल रहा.

एआई अडॉप्शन को लेकर भारतीय नॉलेज वर्कर्स को महत्वपूर्ण उत्पादकता लाभ का अनुभव हो रहा है.

रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में, एआई को एक सिंपल टूल (स्टेज 1) के रूप में उपयोग करने वाले लोग औसतन प्रतिदिन 104 मिनट बचाते हैं, जबकि वैश्विक औसत लगभग 45 मिनट है.

यही रणनीति स्टेज 4 के साथ प्रतिदिन 127 मिनट तक बढ़ जाती है, जो प्रत्येक सप्ताह एक अतिरिक्त कार्यदिवस से अधिक के बराबर है.

एटलसियन के उत्पाद (एआई) प्रमुख जमील वलियानी ने कहा, “एआई की पूरी क्षमता का इस्तेमाल करने के लिए, कंपनियों के लिए केवल एआई टूल स्थापित करना काफी नहीं है. उन्हें अपने कर्मचारियों को प्रयोग करने का अवसर भी देने होंगे.”

वलियानी ने कहा, “टीमों को अपने काम में एआई को एक स्ट्रैजिक पार्टनर के रूप में इंटीग्रेट करने के लिए प्रोत्साहित और सशक्त महसूस करना चाहिए.”

रिपोर्ट के अनुसार, जैसे-जैसे एआई का बेहतर इस्तेमाल होने लगता है, कर्मचारियों के लाभ बढ़ने लगते हैं.

रिपोर्ट में कहा गया है कि स्टेज 3 और 4 के साथ 92 लोगों का मानना है कि उन्होंने एआई को सीखने के लिए जो समय लगाया वह असल में फायदेमंद रहा.

सर्वे के अनुसार, 96 प्रतिशत एडवांस यूजर एआई के साथ को-क्रिएशन के जरिए काम की क्वालिटी में सुधार देखते हैं.

रिपोर्ट में कहा गया है, “भारतीय संगठन जो एक्सपेरिमेंट को बढ़ावा देते हैं कर्मचारियों को असफलता के डर के बिना एआई का स्वतंत्रता से इस्तेमाल करने देते हैं, बेहतर परिणाम देखते हैं.

एडवांस एआई यूजर्स में से 87 प्रतिशत अपनी लीडरशिप के लिए एआई टूल्स के साथ इनोवेशन और एक्सपेरिमेंट को सपोर्ट करने वाले वातावरण को प्रमुख कारक के रूप में देखते हैं.”

एसकेटी/जीकेटी