भारत ने डिफेंस और ऑफेंस कैपेबिलिटी को बढ़ाया है : पूर्व राजदूत अनिल त्रिगुनायत 

नई दिल्ली, 9 मई . ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सफल सैन्य कार्रवाई के बाद पाकिस्तान ने मिसाइल और ड्रोन से भारत में हमले किए, जिसे भारतीय एयर डिफेंस सिस्टम ‘एस-400’ ने नाकाम कर दिया. जॉर्डन, लीबिया और माल्टा के पूर्व भारतीय राजदूत अनिल त्रिगुनायत ने शुक्रवार को भारत के एयर डिफेंस सिस्टम की तारीफ करते हुए कहा कि देश ने अपनी डिफेंस और ऑफेंस कैपेबिलिटी को बढ़ाया है.

पूर्व राजदूत अनिल त्रिगुनायत ने कहा, “भारत आज नहीं बल्कि बहुत सालों से तैयारी कर रहा है कि हमारा डिफेंस सिस्टम बहुत मजबूत होना चाहिए. अब आ रही रिपोर्ट से पता चल रहा है कि ‘एस-400’ बेहतरीन काम कर रहा है. हमारा एयर डिफेंस सिस्टम काफी मजबूत है. हमने देखा कि भारतीय सेना ने पीओके और पाकिस्तान के अंदर 9 जगहों पर टारगेटेड हमले किए, जिसमें किसी भी नागरिक और पाकिस्तान आर्मी को निशाना नहीं बनाया गया. लेकिन, पाकिस्तान हम पर लगातार हमला करता रहेगा. ऐसे में पाकिस्तान के हमले का जवाब और जोर से देना पड़ेगा. जो रियलिटी है, उसे पूरी दुनिया देख रही है कि भारत ने अपने डिफेंस और ऑफेंस कैपेबिलिटी दोनों को बढ़ाया है.”

उन्होंने राफेल की भूमिका पर कहा, “लोग भले ही राफेल की तारीफ करें, लेकिन सच बात यह है कि हमारे एयरफोर्स के जो ऑफिसर हैं, उनका भी कोई सानी नहीं है. लड़ाई हथियारों से लड़ी जाती है, लेकिन लड़ता फौजी है. हमारे फौजी कितने जबरदस्त हैं, यह पूरी दुनिया जानती है. कुछ साल पहले अमेरिका के साथ एक वॉर-गेम हुई थी. इस वॉर-गेम में भारत ने अमेरिका के लगभग सारे फौजी को हरा दिया. ऐसे में राफेल अपने आप में एक अच्छा प्लेटफॉर्म है, लेकिन उसे भारतीय सेना ने भी बहुत अच्छे से उपयोग किया.”

भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव में दुनिया के बाकी देशों की प्रतिक्रिया पर उन्होंने कहा, “सभी कह रहे हैं कि लड़ाई नहीं लड़नी चाहिए. डि-एस्केलेशन करना चाहिए, हम भी यह कहते रहे हैं, लेकिन जिसके ऊपर पड़ती है, वही इसे समझ सकता है. भारत को अपनी सुरक्षा देखनी है, भारत को आतंकवाद और आतंकवाद को बढ़ावा देने वालों को जवाब देना है. दुनिया हमारे प्वाइंट ऑफ व्यू को समझती है, जो आतंकवादी हैं, उन पर ग्लोबल एक्शन लेना चाहिए और जो इन्हें बढ़ावा देते हैं, उन पर इंटरनेशनल प्रेशर डालना चाहिए.”

एससीएच/एबीएम