टोक्यो, 20 अगस्त . जापान में भारत के राजदूत सिबी जॉर्ज ने कहा है कि भारत और जापान एक समान सोच वाले देश हैं. इसलिए दोनों देशों के बीच का संबंध सहज है. समय के साथ दोनों देशों के संबंध और मजबूत होंगे.
के साथ विशेष बातचीत में सिबी जॉर्ज ने कहा, “भारत और जापान के बीच 2014 के बाद से राजनीतिक, आर्थिक, तकनीक, विज्ञान आदि क्षेत्रों में लगातार साझेदारी मजबूत हुई है. हम इन सभी क्षेत्रों में अपनी साझेदारी को और मजबूत बनाने का कार्य कर रहे हैं. भारत और जापान समान सोच वाले देश हैं. हमारा संबंध सहज है और इसकी कोई सीमा नहीं है. हम जापान के साथ अपने संबंध को सिर्फ टोक्यो तक ही सीमित नहीं रखना चाहते. जापान सिर्फ टोक्यो नहीं है. हम इस देश के अन्य क्षेत्रों में भी अपनी पहुंच बढ़ाने और परस्पर संबंध को मजबूत करने की दिशा में मजबूत प्रयास कर रहे हैं. जापान भी ऐसा करने की कोशिश कर रहा है.”
उन्होंने कहा, “भारत में 1,500 जापानी कंपनियां हैं, जिनमें से प्रत्येक एक सफलता की कहानी प्रस्तुत करती है. जेट्रो और जेपीईसी के हालिया सर्वेक्षणों से पता चलता है कि जापानी कंपनियां भारत को विस्तार के लिए अपना सबसे पसंदीदा गंतव्य मानती हैं.”
सिबी जॉर्ज ने कहा, “पिछले कुछ वर्षों में भारत ने वैश्विक कूटनीति में अहम भूमिका निभाई है. 2023 में आयोजित जी 20 शिखर सम्मेलन इसका सबसे बड़ा उदाहरण था. यह भारतीय कूटनीति के लिए एक महत्वपूर्ण सफलता थी. इस सम्मेलन के माध्यम से दुनिया ने नए भारत को देखा. दुनिया तब बदले हुए भारत को देखकर आश्चर्य रह गई थी. उसी समय, जापान जी7 शिखर सम्मेलन की मेजबानी कर रहा था. इस दौरान दोनों देशों के बीच घनिष्ठ सहयोग और समन्वय देखने को मिला था. हिरोशिमा शिखर सम्मेलन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जापान यात्रा उल्लेखनीय थी. उस यात्रा के दौरान, हमने हिरोशिमा शांति पार्क में महात्मा गांधी की प्रतिमा का अनावरण किया, जो अब हिरोशिमा में भारत की उपस्थिति का प्रतीक बन गई है.”
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पीएके/एएस