संयुक्त राष्ट्र, 19 दिसंबर . संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने भारत-चीन के बीच हुए नवीनतम समझौते का स्वागत किया है, जिसका मकसद द्विपक्षीय रिश्तों में सुधार लाना और सीमा मुद्दों पर सकारात्मक कदम उठाना है. उनके प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने यह बात बुधवार को कही.
बयान में कहा गया, “हम द्विपक्षीय कूटनीति के इस प्रयास के सकारात्मक परिणाम का स्वागत करते हैं. द्विपक्षीय कोशिशों के जरिए अंतरराष्ट्रीय विवादों को निपटाने की ‘प्रशंसा’ की जानी चाहिए.”
यह बयान ऐस समय में आया है जब भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल चीन के दौरे पर हैं. वह विशेष प्रतिनिधियों की 23वें दौर की वार्ता में हिस्सा लेने के लिए मंगलवार को यहां पहुंचे हैं. यह बैठक एक लंबे अर्से के बाद हो रही है. 2019 में पिछली बैठक दिल्ली में हुई थी.
डोभाल ने चीन के विदेश मंत्री वांग यी के साथ बुधवार को बैठक की. इस दौरान सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति और सौहार्द बनाए रखने के महत्व को रेखांकित करते हुए, दोनों नेताओं ने जमीनी स्तर पर शांतिपूर्ण स्थिति सुनिश्चित करने की जरूरत पर बल दिया, ताकि सीमा पर मुद्दे द्विपक्षीय संबंधों के सामान्य विकास में बाधा न बनें.
एनएसए डोभाल और वांग यी ने आपसी हितों के द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान किया. उन्होंने कैलाश मानसरोवर यात्रा को फिर से शुरू करने, सीमा पार नदियों पर डाटा साझा करने और सीमा व्यापार सहित सीमा पार सहयोग और आदान-प्रदान के लिए सकारात्मक दिशा-निर्देश दिए.
दोनों नेताओं ने हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच कज़ान में हुई बैठक के दौरान लिए गए फैसले के तहत मुलाकात की. इस मीटिंग में सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति और सौहार्द के प्रबंधन की देखरेख करने, सीमा प्रश्न का निष्पक्ष, उचित और परस्पर स्वीकार्य समाधान तलाशने के लिए शीघ्र बैठक करने का फैसला लिया गया था.
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