गिटहब कोपायलट के यूजर्स की संख्या 15 मिलियन के पार, भारत बना एक उज्ज्वल स्थान

नई दिल्ली, 1 मई . गिटहब कोपायलट ने 15 मिलियन यूजर्स का आंकड़ा पार कर लिया है, जो सालाना आधार पर 4 गुना से अधिक की बढ़त है.

इससे पहले हाल में ही घोषणा की गई थी कि गिटहब पर काम करने वाले डेवलपर्स की संख्या भारत में 18 मिलियन से अधिक हो गई है.

कंपनी ने कहा, “इस साल अब तक, गिटहब ने 85 कोपायलट अपडेट भेजे हैं, जिसमें एमसीपी सपोर्ट, एक्सपेंडेड मॉडल सपोर्ट, ब्रिंग योर ओन की और नेक्स्ट एडिट सजेशन जैसी सुविधाएं मौजूद हैं.”

कोपायलट के कोड रिव्यू एजेंट ने पहले ही 8 मिलियन से ज्यादा पुल रिक्वेस्ट का रिव्यू किया है.

गिटहब के सीईओ थॉमस डोमके ने कहा, “यह तेजी हमारे कर्मचारियों, वीएस कोड और गिटहब टीम के समर्पण से संभव हुई है, जो निरंतर गति के साथ हमारे उत्पाद को तेजी से विकसित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं.”

उन्होंने बताया, “इस साल अब तक हमने गिटहब कोपायलट के लिए 85 चेंजलॉग पोस्ट किए हैं, जिसमें एमसीपी सपोर्ट से लेकर ब्रिंग योर ओन की और नेक्स्ट एडिट सजेशन शामिल हैं. हम यहीं तक नहीं रुकते, वीएस कोड में एजेंट मोड के साथ कोपायलट अब कोड पर दोहरा सकता है, गलतियों की पहचान कर सकता है और उन्हें ऑटोमैटिकली फिक्स भी कर सकता है.”

उन्होंने कहा, “जो पहले एआई पेयर प्रोग्रामर के रूप में शुरू हुआ था, वह जल्द ही एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर (एसडब्ल्यूई) एजेंट में विकसित हो रहा है, जो आपके कोड के साथ ही एम्बेडेड होगा और इसके साथ, गिटहब खुद न केवल आपके रिपॉजिटरी का घर बन जाएगा, बल्कि आपके एजेंट्स का भी घर होगा.”

ट्विलियो, सिस्को, एचपीई, स्काईस्कैनर और टारगेट जैसी कंपनियां अपने डेवलपर्स को पूरे विकास चक्र में एआई से लैस बनाने के लिए गिटहब कोपायलट को चुनने का विकल्प देती हैं.

इस बीच, माइक्रोसॉफ्ट ने 31 मार्च, 2025 को समाप्त तिमाही के परिणामों की घोषणा की. कंपनी का राजस्व 70.1 बिलियन डॉलर था और इसमें 13 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई. इसी तरह कंपनी की शुद्ध आय 25.8 बिलियन डॉलर थी, जिसमें 18 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई थी.

माइक्रोसॉफ्ट के चेयरमैन और सीईओ सत्य नडेला ने कहा, “क्लाउड और एआई हर व्यवसाय के लिए आउटपुट बढ़ाने, लागत कम करने और विकास में तेजी लाने के लिए आवश्यक इनपुट हैं.”

एसकेटी/एबीएम