भारत-श्रीलंका की ‘मित्र शक्ति’, हाईटेक उपकरणों और ड्रोन का हो रहा है इस्तेमाल

New Delhi, 13 नवंबर . India और श्रीलंका की सेनाएं संयुक्त सैन्य अभ्यास ‘मित्र शक्ति’ को अंजाम दे रही हैं. इस अभ्यास के तहत Thursday को दोनों देशों के सैनिकों ने कई सामरिक गतिविधियों का प्रदर्शन किया. प्रदर्शन में यूएवी से इलाके की टोह ली गई. इसके बाद हाईटेक तरीके से ड्रोन का इस्तेमाल करते हुए घरों की तलाशी ली गई. ड्रोन से तलाशी में जहां ज्यादा सटीकता मिलती है, वहीं हताहत होने का खतरा भी नहीं रहता.

इसके अलावा दोनों देशों के जवानों ने कई सिविक एक्शन गतिविधियां भी कीं. ये सामरिक गतिविधियां एक श्रृंखलाबद्ध व्यावहारिक प्रशिक्षण के दौरान की गईं. Thursday को प्रशिक्षण की शुरुआत इंटीग्रेटेड फील्डक्राफ्ट के व्यावहारिक प्रदर्शन से हुई. इसके तहत काउंटर-ड्रोन ड्रिल्स, बिल्ड अप एरिया में गतिशीलता, अवरोध पार करना और ब्रेक कॉन्टैक्ट ड्रिल्स जैसे महत्वपूर्ण अभियान शामिल रहे. इसके बाद India व श्रीलंकाई जवानों ने कॉर्डन एंड सर्च ऑपरेशन पर विशेष ध्यान फोकस किया.

इस दौरान नई पीढ़ी के उपकरणों के एकीकरण का लाइव डेमोंस्ट्रेशन किया गया. दोपहर बाद, दोनों सेनाओं के भारतीय और श्रीलंकाई सैनिकों को मिश्रित समूहों में विभाजित किया गया. इनमें हथियार प्रशिक्षण आयोजित किया गया. एक समूह ने एके-203, नेगेव एलएमजी और रॉकेट लॉन्चर पर सिम्युलेटर फायरिंग की, जबकि दूसरा समूह लाइव फायरिंग अभ्यास में शामिल हुआ. दिन का समापन आफ्टर-एक्शन डिस्कशन के साथ हुआ, जिसमें दिनभर के अभ्यासों से प्राप्त अनुभवों का विश्लेषण किया गया. इस चर्चा का उद्देश्य आपसी सहयोग, अंतरसंचालनीयता और सामरिक समझ को और सुदृढ़ करना था.

गौरतलब है कि भारतीय सेना, पड़ोसी देश श्रीलंका की सेना के साथ भारत-श्रीलंका संयुक्त सैन्य अभ्यास ‘मित्र शक्ति’ को अंजाम दे रही है. इस संयुक्त अभ्यास में दोनों देशों के सैनिक आतंकवाद-रोधी अभियानों की संयुक्त रणनीतियां विकसित कर रहे हैं. यह सैन्य अभ्यास भारत-श्रीलंका के बीच रणनीतिक साझेदारी को भी और अधिक मजबूती प्रदान करेगा.

भारतीय सेना के मुताबिक, 10 नवंबर से शुरू हुआ यह संयुक्त सैन्य अभ्यास कर्नाटक के बेलगावी स्थित फॉरेन ट्रेनिंग नोड में चल रहा है. यहां दोनों देशों की सेनाएं 23 नवंबर तक सैन्य अभ्यास करेंगी. यह भारत-श्रीलंका संयुक्त सैन्य अभ्यास ‘मित्र शक्ति’ का 11वां संस्करण है.

जीसीबी/एसके