भारत और रूस ने रक्षा सहयोग बढ़ाने की प्रतिबद्धता दोहराई

New Delhi/मास्को, 29 अक्टूबर . India और रूस ने Wednesday को New Delhi में सैन्य एवं सैन्य तकनीकी सहयोग पर अंतर-Governmentी आयोग के सैन्य सहयोग कार्य समूह की पांचवीं बैठक आयोजित की.

इसमें दोनों देशों के बीच चल रहे रक्षा संबंधों को मजबूत करने और मौजूदा द्विपक्षीय सहयोग तंत्र के अंतर्गत नई पहलों पर चर्चा हुई.

राजधानी के मानेकशॉ सेंटर में आयोजित इस बैठक की सह-अध्यक्षता एकीकृत रक्षा स्टाफ के प्रमुख एयर मार्शल आशुतोष दीक्षित और रूसी प्रतिनिधिमंडल के प्रमुख, रूसी सशस्त्र बलों के जनरल स्टाफ निदेशालय के मुख्य संचालन उप प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल डाइलेव्स्की इगोर निकोलायेविच ने की.

कार्य समूह की पांचवीं बैठक में वर्तमान रक्षा सहयोग योजनाओं की समीक्षा की गई और सहयोग एवं ज्ञान-साझाकरण के नए रास्ते तलाशे गए.

दोनों पक्षों ने भारत-रूस रक्षा सहयोग को बढ़ाने, विशेष एवं विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी के अंतर्गत केंद्रित जुड़ाव, उन्नत प्रशिक्षण आदान-प्रदान और नई पहलों का मार्ग प्रशस्त करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराई.

कार्य समूह बैठक, रूस के रक्षा मंत्रालय के मुख्यालय, एकीकृत रक्षा स्टाफ और अंतर्राष्ट्रीय सैन्य सहयोग के मुख्य निदेशालय के बीच नियमित बातचीत के माध्यम से India और रूस के बीच रक्षा सहयोग को आगे बढ़ाने के लिए बनाया गया एक मंच है.

Prime Minister Narendra Modi ने अक्‍टूबर की शुरुआत में रूसी President व्लादिमीर पुतिन के साथ टेलीफोन पर बातचीत की, जिसमें दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय एजेंडे में प्रगति की समीक्षा की और India और रूस के बीच विशेष एवं विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी को और गहरा करने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई.

Prime Minister मोदी ने टेलीफोन पर बातचीत के दौरान पुतिन को उनके 73वें जन्मदिन पर बधाई दी और उनके अच्छे स्वास्थ्य और उनके सभी प्रयासों में सफलता के लिए शुभकामनाएं दीं. Prime Minister मोदी ने कहा कि वे दिसंबर में 23वें भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन के लिए President पुतिन का India में स्वागत करने के लिए उत्सुक हैं.

Prime Minister मोदी 8-9 जुलाई, 2024 को मास्को में आयोजित 22वें भारत-रूस शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए रूस गए थे. शिखर सम्मेलन के बाद, ‘भारत-रूस: स्थायी और विस्तारित साझेदारी’ शीर्षक से एक संयुक्त वक्तव्य जारी किया गया.

सितंबर में दोनों नेताओं ने तियानजिन में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) शिखर सम्मेलन के दौरान मुलाकात की थी. इस मुलाकात के दौरान, उन्होंने दोनों देशों के बीच विशेष और विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने के लिए अपने समर्थन की पुष्टि की थी और यूक्रेन से संबंधित नवीनतम घटनाक्रमों सहित क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर भी चर्चा की थी.

एएसएच/डीकेपी