भारत में आने वाले समय में तेजी से बढ़ेगी ब्रांडेड होटल्स की आय : रिपोर्ट

नई दिल्ली, 26 दिसंबर . भारत में ब्रांडेड होटल की आय वृद्धि दर वित्त वर्ष 25 में 13-14 प्रतिशत और वित्त वर्ष 26 में 11-12 प्रतिशत रह सकती है. इसकी वजह आपूर्ति की तुलना में मांग का अधिक रहना है. यह जानकारी गुरुवार को जारी हुई एक रिपोर्ट में दी गई.

क्रिसिल रेटिंग्स की रिपोर्ट में कहा गया कि ऑपरेटिंग मार्जिन में इस वित्त वर्ष में 100-150 आधार अंकों (बीपीएस) का सुधार होने की संभावना है और अगले वित्त वर्ष में भी यह इसी स्तर पर बना रहेगा, क्योंकि ऑपरेटिंग लीवरेज का लाभ मिलने लगेगा.

रिपोर्ट में आगे बताया गया कि घरेलू अवकाश और व्यावसायिक यात्राएं मांग के प्राथमिक चालक बने रहेंगे, एमआईसीई (बैठकें, प्रोत्साहन, सम्मेलन और प्रदर्शनियां) सेगमेंट की बढ़ती मांग और विदेशी पर्यटकों के आगमन में इजाफे से होटलों की आय में वृद्धि को साहारा मिलेगा.

पिछले वित्त वर्ष में भी होटल की आय में 17 प्रतिशत की मजबूत वृद्धि दर्ज की गई थी.

क्रिसिल रेटिंग्स के वरिष्ठ निदेशक मोहित मखीजा ने कहा, “बढ़ती पर्यटन आकांक्षाओं और बेहतर क्षेत्रीय कनेक्टिविटी के कारण घरेलू अवकाश सेगमेंट में वृद्धि जारी रहेगी. इसके अलावा, सकारात्मक आर्थिक दृष्टिकोण और कॉरपोरेट आयोजनों को बढ़ावा देने के लिए सरकार की ‘मीट इन इंडिया’ पहल से व्यवसाय और एमआईसीई सेगमेंट को समर्थन मिलेगा.”

इस वित्त वर्ष विदेशी यात्रियों का आगमन महामारी के पहले के स्तरों को पार कर सकता है.

मखीजा ने आगे कहा कि इन कारकों के कारण हाई बेस के बाद भी इस वित्त वर्ष में ब्रांडेड होटलों के औसत कमरा किराए (एआरआर) में 6-7 प्रतिशत की वृद्धि होगी.

बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए पिछले वित्त वर्ष की तुलना होटल्स में कमरे बढ़ने की गति में वृद्धि हुई है. कई होटल्स द्वारा एसेट-लाइट मैनेजमेंट कॉन्ट्रैक्ट रूट अपनाने से इसमें और तेजी आने की उम्मीद है.

रिपोर्ट के अनुसार, इस वित्त वर्ष और अगले वित्त वर्ष में आपूर्ति में कुल मिलाकर 20 प्रतिशत की वृद्धि होगी.

मजबूत नकदी प्रवाह, एसेट-लाइट विस्तार और बड़ी मात्रा में इक्विटी जुटाने से कर्ज का स्तर नियंत्रण में रहेगा, जिससे क्रेडिट प्रोफाइल मजबूत होगी.

ब्रांडेड होटल के कमरों की संख्या में इस वित्त वर्ष में 8-9 प्रतिशत और अगले वित्त वर्ष में 11-12 प्रतिशत की वृद्धि होने की उम्मीद है, जिसमें अवकाश और गैर-मेट्रो गंतव्यों में 65 प्रतिशत की वृद्धि शामिल है.

क्रिसिल रेटिंग्स की एसोसिएट डायरेक्टर पल्लवी सिंह ने कहा कि होटल उद्योग गैर-मेट्रो और उभरते अवकाश गंतव्यों में अधिक विस्तार कर रहा है क्योंकि अधिक यात्री ऐसे ही विकल्प चाहते हैं. साथ ही इन क्षेत्रों के बुनियादी ढांचे में सुधार हो रहा है.

एबीएस/