महाराष्ट्र गौरव रथ यात्रा का शुभारंभ, एनसीपी नेता आनंद परांजपे का दावा, ‘ हम हर जिले तक पहुंचेंगे’

मुंबई, 25 अप्रैल . महाराष्ट्र के स्थापना दिवस के 65वें वर्ष पर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) ने ‘गौरवशाली महाराष्ट्र महोत्सव’ की शुरुआत की है. ये रथ हर उस जिले में पहुंचेगा जिसका संबंध छत्रपति शिवाजी महाराज, शाहू जी महाराज और बाबा साहेब से रहा है.

इस मौके पर एनसीपी नेता आनंद परांजपे ने से बातचीत में कहा कि पार्टी अध्यक्ष और सांसद सुनील तटकरे ने वर्ली के जांबोरी मैदान से ‘महाराष्ट्र गौरव रथ यात्रा’ को हरी झंडी दिखाई. यह रथ यात्रा राज्य के हर जिले नागपुर, अमरावती, मराठवाड़ा, उत्तर महाराष्ट्र, पश्चिम महाराष्ट्र और मुंबई में जाएगी. यात्रा के दौरान छत्रपति शिवाजी महाराज के जन्मस्थल, रायगढ़ जैसे ऐतिहासिक स्थानों और पवित्र नदियों का जल, साथ ही शिवाजी, शाहू जी महाराज और बाबा अंबेडकर से जुड़े स्थानों की मिट्टी एकत्र की जाएगी. ये पवित्र सामग्री 1 मई को जांबोरी मैदान पहुंचेगी, जहां इसे भक्तों और जनता के दर्शन के लिए रखा जाएगा.

परांजपे ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले की निंदा की, जिसमें 26 लोगों की हत्या कर दी गई. उन्होंने कहा कि इस हमले से पूरे देश में आक्रोश है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के नेतृत्व में पाकिस्तान और आतंकवादियों के खिलाफ कड़े कदम उठाए जा रहे हैं.

परांजपे ने कहा, “पाकिस्तान को फिर से बालाकोट जैसा सबक सिखाने का वक्त आ गया है. सरकार ने सिंधु जल समझौता तोड़ने का फैसला लिया और पाकिस्तानी नागरिकों को 48 घंटे में भारत छोड़ने का आदेश दिया. यह सख्त कार्रवाई का हिस्सा है.”

उन्होंने बताया कि पिछले पांच सालों में कश्मीर में शांति थी और पर्यटन बढ़ रहा था, लेकिन यह हमला देश के दुश्मनों की साजिश है. सरकार पीड़ित परिवारों के साथ है और आतंकियों का जल्द खात्मा करेगी.

परांजपे ने विपक्ष से इस मुद्दे पर राजनीति न करने की अपील की. उन्होंने कहा कि सभी दलों को एकजुट होकर आतंकवाद के खिलाफ आवाज उठानी चाहिए.

एनसीपी ने गुरुवार को सुनील तटकरे के नेतृत्व में मंत्रालय के पास महात्मा गांधी की प्रतिमा पर प्रदर्शन कर हमले की निंदा की.

परांजपे ने शिवसेना सांसद नरेश मस्के के एक बयान को दुर्भाग्यपूर्ण बताया, जिसमें उन्होंने हमले पर विवादास्पद टिप्पणी की थी. उन्होंने कहा कि उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे इस बयान से सहमत नहीं होंगे. शिंदे और अन्य नेता कश्मीर में फंसे महाराष्ट्र के लोगों की मदद के लिए काम कर रहे हैं.

परांजपे ने भरोसा जताया कि केंद्र सरकार आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई करेगी.

एसएचके/केआर