मोटापे के लिए अनुचित खानपान, शारीरिक गतिविधियों की कमी, लंबा स्क्रीन टाइम जिम्मेदार : डॉ. टीपी लहाने

मुंबई, 30 जनवरी . प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में बढ़ते मोटापे पर चिंता व्यक्त करते हुए फिटनेस के महत्व को बेहद जरूरी बताया. उन्होंने कहा कि यह जरूरी है कि फिटनेस के लिए पोषण की जानकारी लगातार लोगों तक पहुंचाई जाए. विख्यात नेत्र सर्जन पद्म श्री टी.पी. लहाने ने उनकी बातों का समर्थन करते हुए अनुचित खानपान, शारीरिक गतिविधियों की कमी, लंबे समय तक फोन, कंप्यूटर या टेलीविजन के सामने बैठने, और व्यायाम में कमी को इसका कारण बताया.

डॉ. लहाने ने गुरुवार को से कहा, “प्रधानमंत्री मोदी ने जो बात कही है, वह बहुत महत्वपूर्ण और सटीक है, खासकर जब उन्होंने मोटापे पर चर्चा की. आज हम देख रहे हैं कि 33 प्रतिशत लोगों में – खासकर युवाओं और बच्चों में – मोटापे की समस्या बढ़ रही है. इसके पीछे कई कारण हैं, जैसे अनुचित खानपान, शारीरिक गतिविधियों की कमी, लंबे समय तक फोन या स्क्रीन के सामने बैठना, और व्यायाम की आदतों का कम हो जाना. प्रधानमंत्री मोदी ने तेल के अधिक सेवन पर चिंता जताई है और इसे कम करने की सलाह दी है.”

उन्होंने कहा कि तेल में कैलोरी की मात्रा बहुत अधिक होती है, और जब शरीर इसे ठीक से उपयोग नहीं कर पाता, तो यह मोटापे का कारण बनता है. अधिक तेल का सेवन न केवल इंसुलिन के स्तर को प्रभावित करता है, बल्कि भूख को भी बढ़ाता है, जिससे अनावश्यक रूप से अधिक खाने की प्रवृत्ति बढ़ती है. खासतौर पर डीप फ्राइड खाद्य पदार्थों में तेल की अधिकता होती है, जिससे शरीर में विषाक्त पदार्थ जमा हो सकते हैं, जो सेहत के लिए हानिकारक होते हैं.

उन्होंने तेल का सेवन कम करने की सलाह देते हुए कहा कि दिन में अधिकतम दो चम्मच तक तेल खाने में होना चाहिए. सरसों का तेल और नारियल तेल जैसे प्राकृतिक तेल अपेक्षाकृत बेहतर विकल्प हैं. इसके अलावा, तली-भुनी चीजों की बजाय सेंकी या उबली हुई चीजों का सेवन करने से मोटापे को रोका जा सकता है और सेहतमंद जीवन शैली अपनाई जा सकती है.”

डॉ. लहाने ने कहा कि देश में मोटापा तेजी से बढ़ती समस्या बन गया है. वर्तमान में करीब 30 से 35 प्रतिशत लोगों में मोटापा देखा जा रहा है. यह समस्या केवल वयस्कों तक सीमित नहीं है, बल्कि छह से 18 साल की उम्र के बच्चों में भी देखने को मिल रही है. इसके अलावा, 20 से 50 वर्ष के लोगों में भी मोटापे के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. यह स्पष्ट है कि मोटापा हर उम्र के लोगों को प्रभावित कर रहा है.

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने इस विषय पर विशेष ध्यान दिया है और यह बात महत्वपूर्ण है कि मोटापा सिर्फ अमीरों या गरीबों तक सीमित नहीं है, बल्कि यह सभी वर्गों में देखने को मिल रहा है. चाहे मेहनत करने वाले हों या शारीरिक रूप से कम सक्रिय लोग, हर कोई इसकी चपेट में आ रहा है. इसलिए, सभी को अपने खानपान और जीवनशैली पर ध्यान देने की जरूरत है. जंक फूड से बचना, तेल और वसायुक्त खाद्य पदार्थों का सीमित सेवन करना और नियमित व्यायाम को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाना बेहद जरूरी है.

उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के ‘फिट इंडिया मूवमेंट’ का जिक्र करते हुए कहा कि इस अभियान का लोगों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा है और वे अपने स्वास्थ्य को लेकर पहले से अधिक जागरूक हुए हैं. इस आंदोलन के चलते लोगों में एक घंटे खुद के लिए निकालकर व्यायाम करने की प्रवृत्ति बढ़ी है, जिसका अच्छा असर देखने को मिल रहा है. यह अभियान भारत को फिट बनाएगा, मोटापा कम करेगा और लोगों की जीवन प्रत्याशा बढ़ाने में मदद करेगा. इसलिए, हर व्यक्ति को अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक होना चाहिए और फिट इंडिया मूवमेंट के तहत अपने लिए थोड़ा समय निकालकर व्यायाम और संतुलित आहार पर ध्यान देना चाहिए. यदि ऐसा किया जाए, तो निश्चित रूप से मोटापे की समस्या से बचा जा सकता है और स्वस्थ जीवन जिया जा सकता है.

पीएसएम/एकेजे