लखनऊ, 19 जून . योगी सरकार की नीतियों को अन्नदाता किसानों का निरंतर साथ मिल रहा है. योगी सरकार के निर्देशन में चली गेहूं खरीद ने भी इस बात को साबित किया. गेहूं खरीद में पिछले साल का रिकॉर्ड टूट गया. पिछले वर्ष जहां 9.31 लाख मीट्रिक टन गेहूं खरीद हुई थी, वहीं रबी विपणन वर्ष 2025-26 यानी वर्तमान सत्र में यह खरीद बढ़कर 10.27 लाख मीट्रिक टन से अधिक रही.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर गेहूं खरीद बढ़ाने के लिए मोबाइल क्रय केंद्र गांवों तक पहुंचे. रबी विपणन वर्ष (2025-26) में 17 मार्च से प्रारंभ हुई गेहूं खरीद 15 जून तक चली. खरीद 5,853 क्रय केंद्रों के माध्यम से हुई. प्रदेश के दो लाख से अधिक किसानों से 10.27 लाख मीट्रिक टन से अधिक की गेहूं खरीद की गई. गेहूं बिक्री करने वाले किसानों को सरकार की ओर से 2,508.26 करोड़ रुपए का भुगतान भी किया गया.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर गेहूं खरीद के दौरान एक तरफ जहां सुबह 8 से रात्रि 8 बजे तक प्रतिदिन क्रय केंद्र खुले रहे. वहीं, अवकाश में भी गांव-गांव पहुंचकर अफसरों ने किसानों से संपर्क-संवाद स्थापित किया. रविवार के अवकाश में भी खाद्य व रसद विभाग के अधिकारियों ने किसानों से वार्ता करते हुए मोबाइल क्रय केंद्र के जरिए गेहूं खरीद की.
केंद्र सरकार ने गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) रबी विपणन वर्ष 2025-26 के लिए 2,425 रुपए प्रति क्विंटल निर्धारित किया है. पिछले वर्ष यह मूल्य 2,275 रुपए प्रति क्विंटल था. इस बार सरकार ने 150 रुपए प्रति क्विंटल में वृद्धि की.
खाद्य व रसद विभाग ने गेहूं के मूल्य भुगतान सार्वजनिक वित्तीय प्रबंधन प्रणाली (पीएफएमएस) के माध्यम से सीधे किसानों के आधार लिंक खाते में 48 घंटे के अंदर करने की व्यवस्था बनाई थी. इस वर्ष मोबाइल केंद्र के माध्यम से गांवों में जाकर भी किसानों से गेहूं खरीद की गई.
(रबी विपणन वर्ष- 2025-26)
गेहूं खरीद- 17 मार्च से 15 जून तक
गेहूं बिक्री करने वाले किसानों की संख्या- 2,00,541
किसानों से हुई सरकारी खरीद- 10.27 लाख मीट्रिक टन से अधिक
किसानों को भुगतान- 2,508.26 करोड़ रुपए
गेहूं क्रय केंद्रों की संख्या- 5,853
न्यूनतम समर्थन मूल्य- 2,425 रुपए प्रति क्विंटल
उतराई, छनाई व सफाई के लिए दिए गए अतिरिक्त- 20 रुपए
(रबी विपणन वर्ष- 2024-25)
गेहूं खरीद की अवधि- 1 मार्च से 15 जून तक
गेहूं बिक्री करने वाले किसानों की संख्या- 1,80,083
किसानों से हुई सरकारी खरीद- 9.31 लाख मीट्रिक टन से अधिक
किसानों को भुगतान- 2,134 करोड़ रुपए
गेहूं क्रय केंद्रों की संख्या- 6,488
न्यूनतम समर्थन मूल्य- 2,275 रुपए प्रति क्विंटल
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एसके/एबीएम