साल 2025 में अब तक 6 विमान इंजन बंद और 3 ‘मेडे कॉल’ की घटनाएं हुईं : नागरिक उड्डयन मंत्रालय

New Delhi, 5 अगस्त . देश में इस साल कुल 6 विमान इंजन बंद होने और 3 ‘मेडे कॉल’ की घटनाएं सामने आई हैं. यह जानकारी नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने दी.

नागरिक उड्डयन राज्यमंत्री मुरलीधर मोहोल के अनुसार, इंडिगो और स्पाइसजेट में से प्रत्येक एयरलाइन में दो-दो इंजन बंद होने की घटनाएं दर्ज हुईं, जबकि एयर इंडिया और एलायंस एयर में से प्रत्येक में एक-एक ऐसी घटना हुई.

‘मेडे कॉल’ एक आपातकालीन संकेत होता है, जिसे पायलट उस समय देता है, जब विमान इमरजेंसी सिचुएशन का सामना करता है और तत्काल मदद की आवश्यकता होती है.

यह कॉल एयर ट्रैफिक कंट्रोल को तीन बार “मेडे” कहकर दी जाती है.

इस साल अब तक हुई तीन मेडे कॉल की घटनाओं में एयर इंडिया, इंडिगो और एयर इंडिया एक्सप्रेस शामिल हैं. इनमें से एक घटना में एयर इंडिया की फ्लाइट एआई-171 (जो Ahmedabad से लंदन गैटविक जा रही थी) टेकऑफ के तुरंत बाद एक इमारत से टकराकर दुर्घटनाग्रस्त हो गई. यह हादसा 12 जून 2025 को हुआ था.

एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (एएआईबी) ने 12 जुलाई को इस दुर्घटना पर प्रारंभिक रिपोर्ट जारी की थी, जिसमें सिर्फ तथ्यात्मक जानकारी दी गई है. अभी तक किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंचा गया है और जांच जारी है.

राज्यसभा में पूछे गए एक अन्य सवाल पर मंत्री ने कहा, “हादसे के संभावित कारणों या योगदान देने वाले सभी पहलुओं की जांच की जा रही है.”

30 जुलाई को नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने एयर इंडिया की वार्षिक ऑडिट रिपोर्ट में 51 सुरक्षा उल्लंघनों की पहचान की. इनमें से 7 उल्लंघनों को गंभीर श्रेणी (लेवल-1) में रखा गया, जिन्हें एयरलाइन को उसी दिन ठीक करने के निर्देश दिए गए, बाकी 44 कमियां 23 अगस्त तक ठीक करनी होंगी.

इनमें पुराने ट्रेनिंग मैनुअल, अधूरी पायलट ट्रेनिंग, अप्रशिक्षित सिमुलेटर, और कम दृश्यता संचालन में अनियमितताएं शामिल हैं.

हाल ही में डीजीसीए ने एक एयर इंडिया विमान को आपातकालीन स्लाइड के विलंबित निरीक्षण के कारण ग्राउंड कर दिया था. यह सुरक्षा के लिहाज से बेहद जरूरी फीचर माना जाता है.

वीकेयू/एबीएम