पटना, 7 अप्रैल . बिहार कांग्रेस में गुटबाजी और प्रदेश कार्यालय में हंगामा कोई नई बात नहीं है. ऐसा ही नजारा सोमवार को भी बिहार कांग्रेस प्रदेश कार्यालय में देखने को मिला जब दो गुट आपस में भिड़ गए और जमकर हाथ-पैर चले.
यह हंगामा तब हो रहा था, जब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी उस समय प्रदेश कार्यालय सदाकत आश्रम में ही मौजूद थे.
दरअसल, सोमवार को लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी एक दिवसीय बिहार यात्रा के क्रम में पटना पहुंचे. वह पटना के प्रदेश कार्यालय में उपस्थित थे तभी कांग्रेस के दो गुट आपस में भिड़ गए.
बताया जा रहा है कि एक गुट पूर्व प्रदेश अध्यक्ष का समर्थक था. जबकि, दूसरा गुट एक पूर्व विधायक का समर्थक था.
कांग्रेस प्रदेश कार्यालय में सोमवार को दिनभर गहमागहमी रही और बड़ी संख्या में कार्यकर्ता पहुंचे थे. बताया गया कि बिहार के पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह के एक समर्थक ने पार्टी के पूर्व विधायक अमित कुमार टुन्ना के साथ बदतमीजी कर दी. इसके बाद टुन्ना के समर्थक भड़क गए और उन्होंने अखिलेश सिंह के समर्थक को दौड़ा-दौड़ाकर पीट दिया.
कांग्रेस नेता जिसकी पिटाई की गई, उसने खुद को पकड़ी दयाल पंचायत समिति का सदस्य रवि रंजन बताया.
इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस अपनी खोई जमीन की तलाश में जुटी है. यही कारण है कि राहुल गांधी लगातार बिहार पहुंच रहे हैं. सोमवार को भी राहुल गांधी बिहार पहुंचे और बेगूसराय में ‘पलायन रोको, नौकरी दो’ यात्रा में हिस्सा लिया.
वहीं, राहुल गांधी ने पटना में संविधान सुरक्षा सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी की जिम्मेदारी है कि जो गरीब लोग हैं, जो कमजोर लोग हैं, ईबीसी, ओबीसी, गरीब, दलित इन सबको जोड़कर, इज्जत देकर आगे बढ़े. कांग्रेस पार्टी को जिस गति और जिस मजबूती से बिहार में काम करना चाहिए था, वह नहीं कर सकी.
उन्होंने यह भी कहा कि हम अपनी गलती से समझे हैं और अब हम बिना रुके पूरी शक्ति के साथ बिहार के गरीब, कमजोर, ओबीसी, ईबीसी, दलित और महादलित को लेकर हम एक साथ आगे बढ़ेंगे.
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एमएनपी/एबीएम