मैनपुरी, 31 मई . उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री जयवीर सिंह ने भाजपा नेत्री के पुत्र के अश्लील वीडियो वायरल होने और सपा नेता अखिलेश यादव के उस पर निशाने साधने के मामले में प्रेस वार्ता की. उन्होंने शनिवार कहा कि भाजपा नेत्री को पार्टी से बहुत पहले निकाल दिया गया था. वह पार्टी के खिलाफ काम कर रही थीं और ऐसी गतिविधियां में शामिल होने के कारण उन्हें पार्टी से निकाला गया था.
उन्होंने कहा कि महिला नेत्री को बहुत पहले से किसी कार्यक्रम में न बुलाया जाता है, न ही वह पार्टी की कोई महिला नेत्री और पदाधिकारी हैं.
उन्होंने बताया कि इस प्रकरण में महिला थाने और कोतवाली में मुकदमे दर्ज हुए हैं. इस मामले की प्रशासन जांच करेगा, उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि सपा नेता अखिलेश यादव को कोई भी हल्का-फुल्का विषय मिल जाए, उन्हें ट्वीट करना ही करना है, उन्होंने (अखिलेश यादव) यह कोई नया काम नहीं किया है. मंत्री जयवीर सिंह ने कहा कि कोई ऐसा दिन है जिस दिन अखिलेश ट्वीट न करे. उन्होंने कहा कि ट्वीट गंभीर विषय पर करना चाहिए.
उन्होंने आगे कहा कि इस तरह की घटनाएं समाज में अच्छा संदेश नहीं देती हैं. इस प्रकार की घटनाओं को ज्यादा तूल नहीं देना चाहिए. इस मामले में सरकार पूरी तरह से सजग है. प्रशासन कठोर कार्रवाई करने का काम कर रहा है. उन्होंने कहा कि दो मुकदमे पंजीकृत हुए हैं, उसमें विवेचना के बाद जो भी तत्व आएंगे उसके आधार पर गंभीर कार्रवाई निश्चित होगी.
उन्होंने कहा कि इसमें यह कहना कि भाजपा की नेत्री है, वह बिल्कुल भी बेबुनियाद है. शनिवार को ही मैंने इसको लेकर संगठन से बात की है. संगठन ने बताया कि पार्टी विरोधी गतिविधियों के कारण पूर्व में ही उन्हें पार्टी से निष्कासित किया गया है.
उल्लेखनीय है कि मैनपुरी शहर के एक मंडल की महिला मोर्चा की अध्यक्ष के बेटे के 130 से ज्यादा अश्लील वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं. वीडियो के वायरल होने के बाद से राजनीति भी शुरू हो गई है. वायरल 130 से ज्यादा वीडियो शहर के अलग-अलग होटल, रेस्टोरेंट में बनाए गए हैं. जबकि कथित भाजपा नेत्री का बेटा विवाहित है.
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एएसएच/जीकेटी