ओमेक्स सिटी में सुविधाएं देने के नाम पर खानापूर्ति, बिजली से लेकर सुरक्षा तक की हालत खराब

रोहतक, 23 अप्रैल . हरियाणा के रोहतक स्थित सेक्टर-28 में मौजूद ओमेक्स सिटी के लोगों को मूलभूत सुविधाओं के लिए भी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. फ्लैट और प्लॉट खरीदते समय जो वादे बिल्डर की ओर से किए गए थे, उन्हें आज तक नहीं पूरा किया गया है. यहां तक कि सुविधाएं देने के नाम पर खानापूर्ति की गई है.

समाचार एजेंसी से बातचीत करते हुए सेक्टर-28 की ओमेक्स सिटी में रहने वाले यशवीर राठी ने कहा, “हमने 2008 में प्लॉट खरीदा था. प्लॉट खरीदते समय बिल्डर की ओर से जो वादे किए गए थे, उनमें से कई आज भी पूरे नहीं किए गए हैं.”

उन्होंने आगे कहा, “18 से 20 करोड़ रुपए के बिजली के काम आज भी बचे हुए हैं. यहां पानी की भी समस्या है और बिल्डर की ओर से आज तक ओवरहेड टैंक भी नहीं बनाया गया. सुरक्षा के भी पर्याप्त इंतजाम नहीं हैं, जिसके चलते छीना-झपटी की घटनाएं होती रहती हैं.”

ओमेक्स सिटी निवासी प्रेम शर्मा ने से कहा, “मैं यहां 2014 से रह रहा हूं. यह केवल कहने के लिए सेक्टर है. लेकिन, कोई मूलभूत सुविधा नहीं है. सफाई, बिजली और पानी की समस्या इलाके में बनी हुई है. ओमेक्स ने रखरखाव का कार्य किसी दूसरी कंपनी को दे दिया है, जो यहां कोई कार्य नहीं करती. अगर कोई रखरखाव शुल्क जमा नहीं करता है तो बिना किसी सूचना के बिजली काट दी जाती है.”

उन्होंने ओमेक्स पर आरोप लगाया, “नक्शे में दिखाई गई ग्रीन बेल्ट को बाद में प्राइवेट जमीन बताकर कंपनी की ओर से बेच दिया गया है, जिस पर अब फार्म हाउस और घर आदि बन गए हैं.”

एक अन्य ओमेक्स सिटी निवासी मंजीत ने कहा, “2016 में हमने प्लॉट खरीदा था. उस समय से ही बिजली की समस्या है. नहर के किनारे जॉगिंग ट्रैक बनाने की बात कही गई थी, लेकिन उस जमीन को बेच दिया गया.”

एक अन्य निवासी बबीता शर्मा ने कहा, “हमें यहां रहते हुए 5 साल से अधिक समय हो चुका है. सुरक्षा न होने के कारण रात में घर से निकलने में भी डर लगता है.”

ओमेक्स की ओर से प्लॉट और फ्लैट बेचते समय किए गए वादों के खिलाफ निवासियों ने सरकार से भी शिकायत की है. सरकार की ओर से ओमेक्स को चेतावनी भी दी गई है.

हरियाणा के विकास एवं पंचायत मंत्री कृष्ण लाल पंवार ने रोहतक स्थित ओमेक्स सिटी के अधिकारियों को दो महीने के भीतर बिजली बिल सहित सभी बकाया राशि का भुगतान करने का निर्देश दिया है. उन्होंने चेतावनी दी है कि ऐसा न करने पर टाउनशिप प्रबंधन के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाएगी.

एबीएस/एबीएम