नई दिल्ली, 25 जुलाई . राष्ट्रीय जल जीवन मिशन (जेजेएम) की मदद से सरकार को बीते पांच वर्षों में 15 करोड़ ग्रामीण घरों में नल से जल पहुंचाने में मदद मिली है. जल शक्ति मंत्रालय की ओर से संकलित किए गए डेटा से यह जानकारी मिली.
मंत्रालय की ओर से कहा गया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त, 2019 को इस स्कीम को लॉन्च किया था. इस स्कीम में कवरेज को 3 करोड़ से बढ़ाकर 15 करोड़ करने के बाद बीते पांच वर्ष में अभूतपूर्व प्रगति देखने को मिली है.
केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सीआर पाटिल ने कहा कि इस स्कीम के तहत देश के आम आदमी तक स्वच्छ जल पहुंचाया गया है. साथ ही जीवन स्तर में भी सुधार हुआ है.
राज्य सरकारों और अन्य विकास एजेंसियों के साथ काम कर सरकार ने यह उपलब्धि हासिल की है. अब तक गोवा, तेलंगाना, हरियाणा, गुजरात, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, मिजोरम और अरुणाचल प्रदेश और तीन केंद्र शासित प्रदेशों पांडिचेरी, दादर एंड नागर हवेली और दमन एवं दीव और अंडमान एंड निकोबार आइलैंड में 100 प्रतिशत घरों में नल से जल पहुंचाया जा रहा है.
मंत्रालय ने कहा कि ‘हर घर जल’ स्कीम के काफी सारे आर्थिक फायदे हुए हैं. इससे ग्रामीण आबादी विशेषकर महिलाओं और युवा लड़कियों को प्रतिदिन पानी लाने के कठिन कार्य से मुक्ति मिली है. वहीं, वह अपने इस समय में आय अर्जित करने, कौशल सीखने और बच्चों की शिक्षा को समर्थन मिल रहा है.
राष्ट्रीय स्तर पर 88.91 प्रतिशत स्कूलों में 85.08 प्रतिशत आंगनबाड़ी केंद्रों में नल से जल पहुंचाया जा रहा है.
देशभर में पानी की टेस्टिंग के लिए 2,163 लैब को सेटअप किया गया है और 24.59 लाख महिलाओं को टेस्टिंग किट से पानी के नमूने जांचने की ट्रेनिंग दी गई.
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एबीएस/