चंड़ीगढ़, 11 मार्च . हरियाणा विधानसभा के बजट सत्र के दौरान मंगलवार को जलेबी से शुरू हुई चर्चा गोबर पर खत्म हुई. इस दौरान भाजपा सरकार में मंत्री और विधायक सदन में एक दूसरे पर गंभीर आरोप लगाते दिखे. दोनों के बीच भाषा की मर्यादा का ध्यान नहीं रखा गया. दोनों के बीच हुई इस जुबानी जंग में स्पीकर को आना पड़ा और उन्होंने दोनों से आग्रह किया कि वह इस तरह की भाषा का इस्तेमाल सदन में न करें. सदन में हुए इस बवाल पर कांग्रेस ने जोरदार निशाना साधा है.
हरियाणा कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष उदय भान ने न्यूज एजेंसी से बातचीत के दौरान कहा कि विधानसभा में भाजपा विधायक द्वारा सरकार में मंत्री पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं. कांग्रेस पार्टी की तरफ से हम विशेष जांच दल (एसआईटी) या जांच कमेटी के गठन की मांग करते हैं. सभी दलों के विधायकों की टीम बनाकर भी जांच कराई जा सकती है. उन्होंने कहा कि जिस तरह से भाषा का इस्तेमाल किया गया है. इससे सदन की गरिमा नीचे गई है. सदन में इस तरह की भाषा का इस्तेमाल नहीं होना चाहिए.
बता दें कि हरियाणा विधानसभा में बजट सत्र के दौरान कैबिनेट विधायक रामकुमार गौतम ने कहा कि कहा जा रहा है कि गोहाना की जलेबी खानी चाहिए. जबकि, ऐसा नहीं है क्योंकि, वहां जलेबी सिर्फ देसी घी में नहीं बनाई जाती है. कई अन्य चीजों का भी इस्तेमाल होता है. वहां बहुत गंदगी रहती है. इसलिए, गोहाना की जलेबी नहीं खानी चाहिए. इस पर सरकार में मंत्री अरविंद शर्मा बोलने के लिए खड़े हुए और भाजपा विधायक को निशाने पर ले लिया. उन्होंने कहा कि राजकुमार गौतम तो एक बार शर्त लगाकार 10 किलो गोबर पी गए थे. मंत्री के इस बयान के बाद राजकुमार गौतम ने अरविंद शर्मा पर भ्रष्टाचार के कई गंभीर आरोप लगा दिए. विधायक ने कहा कि मंत्री ने लोगों से पेट्रोल पंप दिलाने के बहाने रुपये लिए हैं. मेरे एक रिश्तेदार से 10 लाख रुपये लिए थे.
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