आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारतीय प्रतिनिधिमंडल को मिला इंडोनेशिया का साथ, संजय झा बोले- यहां भारत के लिए है बहुत सम्मान

जकार्ता, 29 मई . जनता दल यूनाइटेड (जेदयू) नेता संजय झा के नेतृत्व में सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल इंडोनेशिया दौरे पर है. संजय कुमार झा के नेतृत्व वाले प्रतिनिधिमंडल ने गुरुवार को इंडोनेशिया के विचारकों, विद्वानों और शोधकर्ताओं के साथ महत्वपूर्ण चर्चा की.

सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे जदयू सांसद संजय कुमार झा ने से बातचीत में कहा, “हमने आसियान के महासचिव से मुलाकात की. हम यहां के उप विदेश मंत्री और स्थानीय थिंक टैंक के प्रतिनिधियों से भी मिले. हमें बहुत सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली है. इंडोनेशिया एक बहुसांस्कृतिक समाज है, जहां मुस्लिम बहुसंख्यक हैं, लेकिन भारत के रुख को लेकर यहां बहुत सम्मान है. हाल में भारत पर हुए हमले की यहां के राष्ट्रपति ने निंदा की थी. हमने इस घटना और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के संबंध में यहां अपना पक्ष स्पष्ट रूप से रखा है.”

भाजपा सांसद बृजलाल ने से बातचीत में कहा, “इंडोनेशिया में बहुत अच्छी बातचीत हुई है. हमने यहां नेताओं से बात की, फिर कल शाम हमने आसियान राजदूतों से बातचीत की और आज हमने थिंक टैंक से मुलाकात की. हमने उनके साथ भारत की स्थिति साझा की. हमने कहा कि भारत एक शांतिप्रिय देश है. हम अब दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था हैं और 2047 तक विकसित राष्ट्र बनने का लक्ष्य रखते हैं. हालांकि, हमारे पड़ोसी की मानसिकता सही नहीं है. समय-समय पर वह आतंकवादी गतिविधियों में लिप्त रहता है, जो हमारे विकास में बाधा डालता है. हमने इसे यहां स्पष्ट रूप से व्यक्त किया है.”

भाजपा सांसद अपराजिता सारंगी ने कहा, “इंडोनेशिया में बहुत अच्छा अनुभव रहा है. हमारे प्रतिनिधिमंडल के सभी सदस्यों ने यहां के राजनेताओं से मुलाकात की और बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिकों से भी बातचीत की. यह कहना अतिशयोक्ति नहीं होगा कि सभी लोग आतंकवाद के खिलाफ हैं. सभी ने आतंकवाद के उन्मूलन की इच्छा जाहिर की. सभी का मानना है कि भारत एक शांतिप्रिय देश है और आतंकवाद को बर्दाश्त नहीं करता. भारत लगातार अपने विकास पर केंद्रित है. अगर पाकिस्तान आतंकवाद को बढ़ावा देता है, तो इसका विरोध अंतरराष्ट्रीय समुदाय करेगा.”

कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद ने बताया, “मुझे खुशी इस बात है कि इंडोनेशिया की समझ और सोच बहुत ही सकारात्मक है. इंडोनेशिया का अनुभव और यहां की जनसंख्या की स्थिति भारत से काफी मिलती-जुलती है. हमें यहां आकर काफी सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली. इंडोनेशिया भी आतंकवाद को लेकर चिंतित है और वह भी इसका सामना कर चुके हैं, इसलिए हमारी चिंताएं और परेशानियां उन्हें अच्छी तरह समझ आती हैं. उन्होंने आतंकवादी हमले की निंदा की और भारत को अपना समर्थन भी दिया है. मैं मानता हूं कि हमारे प्रतिनिधिमंडल का इंडोनेशिया दौरा काफी सफल रहा है.”

एफएम/केआर