मुंबई, 2 मार्च . शिवसेना (यूबीटी) नेता और विधायक सुनील प्रभु ने आगामी बजट सत्र को लेकर पार्टी और विपक्ष की रणनीति स्पष्ट करते हुए रविवार को कहा कि सत्र के दौरान विपक्ष राज्य में बिगड़ती कानून-व्यवस्था, किसानों और विद्यार्थियों के मुद्दों और राज्य सरकार के मंत्रियों की कार्यशैली को लेकर आक्रामक रुख अपनाएगा.
सुनील प्रभु ने समाचार एजेंसी से कहा कि राज्य के बीड से लेकर मुंबई तक कानून-व्यवस्था की स्थिति बेहद खराब हो चुकी है. बीड में संतोष देशमुख की हत्या के मामले में सरकार के मंत्री का इस्तीफा लेना चाहिए था, लेकिन सरकार ने इसे नजरअंदाज किया. मंत्री ने न केवल कानून का उल्लंघन किया, बल्कि सरकार ने इन सभी लोगों को बचाने का काम किया. यह पूरे महाराष्ट्र के लिए चिंता का विषय है. अगर सरकार ने त्वरित कार्रवाई की होती तो शायद स्थिति इतनी खराब नहीं होती. इस मामले में संबंधित मंत्री का इस्तीफा जरूरी था, जो अब तक नहीं लिया गया है.
बजट सत्र के दौरान विपक्ष का नेतृत्व किसके हाथ में होगा, इस सवाल पर सुनील प्रभु ने स्पष्ट किया कि महा विकास अघाड़ी के सभी नेता एकजुट हैं. कांग्रेस, राष्ट्रवादी कांग्रेस और शिवसेना (यूबीटी) के सभी नेता एक साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस कर चुके हैं और यही लोग विपक्ष के नेतृत्व का चेहरा होंगे. हम सभी एक साथ काम कर रहे हैं.
केंद्रीय मंत्री की बेटी के साथ छेड़छाड़ को लेकर पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि कोई फर्क नहीं पड़ता कि पीड़ित केंद्रीय मंत्री की बेटी है या आम नागरिक की बेटी, कानून सभी के लिए समान है. महाराष्ट्र में महिलाएं असुरक्षित हैं और यह एक गंभीर समस्या है.
हरियाणा में कांग्रेस नेता हिमानी की लाश सूटकेस में मिलने के मामले पर सुनील प्रभु ने कहा कि जहां-जहां भाजपा की सरकारें हैं, वहां कानून-व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है. ये घटनाएं साबित करती हैं कि भाजपा शासित राज्यों में सुरक्षा की स्थिति खराब है.
महाराष्ट्र के अहिल्या नगर के मढ़ी गांव में मेले के दौरान मुस्लिम दुकानदारों की दुकानों पर पाबंदी लगाने के मुद्दे पर कैबिनेट मंत्री नितेश राणे के समर्थन को लेकर सुनील प्रभु ने कहा कि यह सत्ता का घमंड है, कुछ और नहीं. भाजपा के मंत्री इस तरह के बयान दे रहे हैं और जनता इसका सही जवाब देगी.
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि जिस तरह से भाजपा ने शिवसेना को तोड़कर जनता के विश्वास को ठेस पहुंचाई है, वह निश्चित रूप से विश्वासघात है.
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पीएसके/एकेजे