नई दिल्ली, 24 अप्रैल . कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने सर्वदलीय बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अनुपस्थिति पर सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि इस तरह की अहम बैठकों में प्रधानमंत्री की उपस्थिति अनिवार्य होती है, क्योंकि अंतिम निर्णय वही लेते हैं.
खड़गे ने कहा, “प्रधानमंत्री स्वयं इस बैठक में होते तो बेहतर होता. हमने अपनी बात रखी, लेकिन जो फैसले होते हैं, वे प्रधानमंत्री के स्तर पर ही अंतिम माने जाते हैं. अधिकारियों का समझाना एक बात है, लेकिन प्रधानमंत्री का खुद सुनना और निर्णय लेना एक अलग बात होती है.”
खड़गे ने हालिया सुरक्षा चूक की घटना को लेकर भी सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा, “घटना जिस जगह हुई, वहां थ्री-टियर सिक्योरिटी थी. इसके बावजूद इतनी बड़ी घटना होना गंभीर लापरवाही का संकेत है. इसमें कई निर्दोष लोगों की जान चली गई.”
उन्होंने आगे बताया कि पिछले तीन दिनों में लगभग 1000 पर्यटक क्षेत्र से लौट चुके हैं. “जब इतनी बड़ी संख्या में लोग वहां मौजूद थे, तो पुलिस को इसकी पूरी जानकारी होनी चाहिए थी. राहुल गांधी ने भी यही सवाल उठाया था कि पुलिस को पहले से सतर्क क्यों नहीं किया गया?”
कांग्रेस अध्यक्ष ने इसे पूरी तरह से ‘सिक्योरिटी लैप्स’ बताया और सरकार से इस पर जवाब मांगा.
बता दें कि गुरुवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में सर्वदलीय बैठक बुलाई गई थी. इसका उद्देश्य पहलगाम आतंकी हमले पर चर्चा करना था. इस बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह समेत अन्य केंद्रीय मंत्री मौजूद थे. साथ ही सभी प्रमुख दलों के प्रतिनिधि इस बैठक में शामिल हुए.
बैठक में सभी राजनीतिक दलों ने आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा की और शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की. बैठक की शुरुआत में हमले में जान गंवाने वाले लोगों की स्मृति में दो मिनट का मौन रखा गया. बैठक के बाद केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने जानकारी देते हुए बताया कि बैठक बहुत सकारात्मक रही. सभी नेताओं ने एकमत से सरकार द्वारा पाकिस्तान के खिलाफ उठाए गए कदमों का समर्थन किया है.
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डीएससी/