संभल में न्यायिक आयोग की टीम ने कड़ी सुरक्षा के बीच घटनास्थल का दौरा किया

संभल, 1 दिसंबर . उत्तर प्रदेश के संभल में शाही जामा मस्जिद के सर्वे को लेकर हुई हिंसा की जांच के लिए गठित तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग की टीम ने रविवार को हिंसा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया. टीम ने मुरादाबाद मंडल कमिश्नर, संभल जिलाधिकारी, डीआईजी, एसपी और अन्य अधिकारियों के साथ जामा मस्जिद समेत उन सभी जगहों का गहन निरीक्षण किया, जहां हिंसा और पथराव हुआ था.

बता दें कि इलाहाबाद हाईकोर्ट के रिटायर्ड जस्टिस देवेंद्र कुमार अरोड़ा की अध्यक्षता में गठित तीन सदस्यीय समिति को इस जांच का जिम्मा सौंपा गया है. अन्य सदस्यों में रिटायर्ड आईएएस अधिकारी अमित मोहन प्रसाद और अरविंद कुमार जैन शामिल हैं.

न्यायिक आयोग की रविवार सुबह 10.25 बजे संभल कोतवाली पहुंची. यहां पांच मिनट रुकने के बाद टीम घटनास्थल की ओर रवाना हुई. टीम सदर बाजार गली होते हुए जामा मस्जिद मोड़ पर पहुंची. यहां टीम 4 से 5 मिनट तक रुकी. टीम को जामा मस्जिद के पीछे की गली के बाहर अधिकारियों ने ब्रीफ किया. यहां बताया गया कि भीड़ किधर से पथराव कर रही थी.

इसके बाद टीम गली कोट गर्वी टंकी के नजदीक गई, यहां सीसीटीवी कैमरे तोड़े गए थे. टीम यहां 1 से 2 मिनट तक रुकी. टीम यहां से वापस आई और जामा मस्जिद रोड पर मुआयना करती रही.

इस दौरान टीम ने एक स्थानीय से पूछा कि क्या हुआ था. कुछ दूरी पर एक और व्यक्ति ने टीम को अपनी बात बताई. इसके बाद टीम फिर ढाल वाले रस्ते से होते हुए मस्जिद की तरफ गई. मस्जिद के गेट पर जामा मस्जिद के सदर जफर अली और मस्जिद कमिटी के लोग मौजूद थे.

मस्जिद के अंदर टीम 15 मिनट तक रही. इसके बाद टीम सदर बाजार होते हुए कोतवाली वापस आए. यहां से टीम नखासा चौक पहुंची. यहां 2 से 3 मिनट तक रुकने के बाद टीम हिंदू खेड़ा इलाके में पहुंची. इसी जगह से पुलिस ने तीन महिला आरोपियों को गिरफ्तार किया था. इस इलाके में 5 मिनट मुआयना करने के बाद अधिकारी वापस गाड़ी में बैठे और चौधरी सराय पुलिस चौकी होते हुए पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस पहुंचे. यहां पर टीम ने मुरादाबाद मंडल कमिश्नर, डीआईजी, डीएम, एसपी के साथ बैठक की. इसके बाद टीम गेस्ट हाउस से रवाना हो गई.

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, संभल हिंसा की जांच कर रही न्यायिक जांच कमेटी के सदस्य एके जैन ने कहा कि जांच जारी रहेगी और दो महीने तक चलेगी.

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