प्रयागराज, 15 जुलाई . लगातार हो रही बारिश और नदियों में छोड़े गए पानी के कारण प्रयागराज में गंगा और यमुना नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है. संगम के सभी घाट जलमग्न हो चुके हैं और शहर के निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है. हालांकि इस बाढ़ के बीच प्रयागराज वासियों के लिए यह समय हर्षोल्लास का भी है, क्योंकि गंगा नदी का पानी श्री बड़े हनुमान मंदिर में प्रवेश कर गया है.
स्थानीय मान्यता के अनुसार जब गंगा का पानी मंदिर में पहुंचकर लेटे हुए हनुमान जी को स्नान कराता है, तो वह वर्ष अत्यंत शुभ माना जाता है और विश्व का कल्याण होता है.
आज सुबह मां गंगा ने श्री बड़े हनुमान जी को स्नान कराया, जिसे देखने के लिए भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी. मंदिर के महंत बलवीर गिरी महाराज ने से बातचीत में कहा, “जय त्रिवेणी, जय प्रयाग! यह पवित्र धरा और श्री हनुमान जी महाराज को प्रणाम. जब मां गंगा हनुमान जी को स्नान कराती हैं तो पूरे प्रयाग में उत्सव का माहौल हो जाता है.”
उन्होंने बताया कि सुबह से ही मंदिर में विशेष अनुष्ठान चल रहे हैं, जिसमें रुद्र सूक्त, सुंदरकांड, हनुमान चालीसा, और गंगा सूक्त के साथ मां भगवती और हनुमान जी का पूजन-अर्चन किया गया.
महंत बलवीर गिरी ने आगे कहा, “हमारी मठ की परंपरा के अनुसार मां भगवती त्रिवेणी का स्वागत सत्कार किया जाता है. सबसे पहले उनका अभिषेक किया जाता है, फिर पुष्पों से अर्चन और आरती उतारी जाती है. आज हनुमान जी को नए वस्त्र पहनाकर विश्राम की अवस्था में भेजा गया.”
उन्होंने आगे कहा कि हम सभी के लिए यह समय हर्षोल्लास का समय होता है. ऐसा कहा गया है कि प्रयागराज में जब भी हनुमान जी महाराज स्नान करते हैं तो संपूर्ण विश्व का कल्याण करते हैं. यह समय बाढ़ का समय है, हर जगह त्राहिमाम-त्राहिमाम हो रहा है. लेकिन, प्रयागराज एक ऐसा स्थान है, जहां बड़े हनुमान जी महाराज के पास जब गंगा जी आती है तो यहां आरती उतारकर मां भगवती का स्वागत किया जाता है. विश्व में शायद ही ऐसा कोई स्थान है, जहां पर इस तरह का स्वागत सत्कार किया जाता है. यह हमारे लिए गर्व का क्षण है. मां गंगा का आशीर्वाद और हनुमान जी का स्नान विश्व के लिए शुभ संदेश है.
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एकेएस/जीकेटी