मुजफ्फरपुर में बच्ची के साथ दुष्कर्म के दोषियों को स्पीडी ट्रायल चलाकर दिलाई जाएगी सजा : सम्राट चौधरी

पटना, 3 जून . बिहार के मुजफ्फरपुर में एक नौ वर्षीय बच्ची के साथ कथित तौर पर दुष्कर्म और उसकी हत्या को लेकर विपक्ष सरकार को घेर रही है. कांग्रेस के बाद राजद भी इस मामले को लेकर सड़क पर उतर गई है.

उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने मंगलवार को कहा कि मुजफ्फरपुर में दुष्कर्म पीड़िता की चिकित्सा में लापरवाही के कारण मौत की घटना को राज्य सरकार ने गंभीरता से लिया है. उन्होंने कहा कि इस दुखद घटना से संबंधित दो मेडिकल कॉलेज अस्पतालों के शीर्ष चिकित्सा पदाधिकारियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की गई है. ऐसे में किसी को बख्शा भी नहीं जाएगा. दुष्कर्म के दोषियों को स्पीडी ट्रायल चलाकर सजा दिलाई जाएगी.

चौधरी ने बताया कि पीड़िता की चिकित्सा में घोर लापरवाही और दूसरे अस्पताल भेजने की उचित प्रक्रिया का पालन नहीं करने के कारण श्रीकृष्ण चिकित्सा महाविद्यालय (एसकेएमसीएच), मुजफ्फरपुर की अधीक्षक डॉ. विभा कुमारी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है. दुष्कर्म के बाद नाबालिक बच्ची के इलाज में जिस स्तर पर भी लापरवाही बरती गई, उसकी विस्तृत जांच के आदेश दिए गए हैं.

उन्होंने कहा कि इसी मामले में कर्तव्यहीनता बरतने के कारण पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल (पीएमसीएच), पटना के प्रभारी उपाधीक्षक डॉ. अभिजीत सिंह को पद-मुक्त कर दिया गया है.

उपमुख्यमंत्री ने कहा कि नीतीश कुमार की सरकार हर तरह के अपराध पर जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम करती है. मुजफ्फरपुर की घटना में जो भी दोषी पाए जाएंगे, उन पर कड़ी कार्रवाई होगी. इस घटना पर विपक्ष को राजनीति नहीं करनी चाहिए.

उल्लेखनीय है कि मुजफ्फरपुर में दुष्कर्म के बाद जीवन के लिए संघर्ष कर रही एक मासूम बच्ची की रविवार को एक सरकारी अस्पताल में मौत हो गई. एक अधिकारी ने बताया कि नाबालिग के साथ 26 मई को मुजफ्फरपुर स्थित उसके गांव में दुष्कर्म किया गया था जिसके बाद शनिवार को गंभीर हालत में पटना मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (पीएमसीएच) लाया गया जहां उसकी मौत हो गई थी.

बिहार युवा कांग्रेस ने सोमवार को इस घटना के विरोध में पटना में हल्लाबोल मार्च निकाला था जबकि मंगलवार को राजद महिला प्रकोष्ठ ने पटना में आक्रोश मार्च निकाला.

एमएनपी/एकेजे