‘मन की बात’ में पीएम मोदी ने स्वस्थ सेहत पर दिया जोर, कहा-‘फिट इंडिया ही स्ट्रॉन्ग इंडिया की नींव’

नई दिल्ली, 25 मई . प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने लोकप्रिय रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के 122वें एपिसोड के माध्यम से देशवासियों से बात की. इस खास एपिसोड में उन्होंने वर्तमान सामाजिक, आर्थिक और विकास से जुड़े कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर अपनी बात रखी. उन्होंने योग और स्वस्थ जीवन पर जोर देते हुए कहा कि ‘फिट इंडिया ही स्ट्रॉन्ग इंडिया’ की नींव है. यह कार्यक्रम आकाशवाणी, दूरदर्शन, और अलग-अलग डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर प्रसारित है.

पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा, ”योग दिवस के साथ-साथ आयुर्वेद के क्षेत्र में भी कुछ ऐसा हुआ है, जिसके बारे में जानकर आपको बहुत खुशी होगी. कल ही यानी 24 मई को डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक और मेरे मित्र तुलसी भाई की मौजूदगी में एक एमओयू साइन किया गया है. इस समझौते के साथ ही इंटरनेशनल क्लासिफिकेशन ऑफ हेल्थ इंटरवेंशन्स के तहत एक डे डेडिकेटेड ट्रेडिशनल मेडिसिन मॉड्यूल पर काम शुरू हो गया है. इस पहल से, आयुष को पूरी दुनिया में वैज्ञानिक तरीके से ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाने में मदद मिलेगी.”

स्कूलों में हो रहे विकास के बारे में बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा, ”आपने स्कूलों में ब्लैकबोर्ड तो देखा होगा, लेकिन अब कुछ स्कूलों में ‘शुगर बोर्ड’ भी लगाया जा रहा है. सीबीएसई की इस अनोखी पहल का उद्देश्य है, बच्चों को उनके शुगर इनटेक के प्रति जागरूक करना है. इसके तहत, कितनी चीनी लेनी चाहिए, और कितनी चीनी खाई जा रही है, ये जानकर बच्चे खुद से ही हेल्दी विकल्प चुनने लगे हैं. यह एक अनोखा प्रयास है और इसका असर भी बड़ा सकारात्मक होगा. बचपन से ही स्वस्थ जीवनशैली की आदतें डालने में यह काफी मददगार साबित हो सकता है. कई अभिभावकों ने इसे सराहा है और मेरा मानना है, ऐसी पहल दफ्तरों, कैन्टीनों और संस्थानों में भी होनी चाहिए. आखिरकार, सेहत है तो सब कुछ है. फिट इंडिया ही स्ट्रॉन्ग इंडिया की नींव है.

‘मन की बात’ का प्रसारण 22 भारतीय भाषाओं, 29 बोलियों, और 11 विदेशी भाषाओं में किया जाता है, जिसमें फ्रेंच, चीनी, और अरबी जैसी भाषाएं शामिल हैं.

पीके/केआर